Uttar Pradesh: यूपी की केमिकल फैक्ट्री में गैस रिसाव, पास के इलाकों में अफरा-तफरी, दर्जनों लोगों को सांस की दिक्कत

डीएन ब्यूरो

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक केमिकल फैक्ट्री में गैस रिसाव का मामला सामने आया है। गैस रिसाव के कारण आसपास के रिहाइशी इलाके में अफरा-तफरी मच गई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

गैस रिसाव को काबू करने में जुटी दमकल टीम
गैस रिसाव को काबू करने में जुटी दमकल टीम


मुजफ्फरनगर: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में गैस रिसाव होने का मामला सामने आया है। गैस रिसाव के कारण फैक्ट्री समेत आसपास के रिहाइशी इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें की है, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है। कई लोगों वहां से शिफ्ट करके दूसरी जगह चले गये। 

जानकारी के मुताबिक अंतर्गत माल रोड स्थित नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में माल रोड पर कालकी हाइड्रो एंड केमिकल फैक्ट्री मौजूद है। इस फैक्ट्री में बुधवार देर शाम केमिकल से भरे ड्रम से हाइड्रो गैस व केमिकल का रिसाव शुरू हो गया, जिससे नई मंडी व रेलवे रोड के आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ और नाक में जलन शुरू हो गई। 

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सांस लेने में परेशानी होने पर लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। जानकारी के मुताबिक सूचना के बाद दमकलकर्मी देर रात तक फैक्ट्री में पहुंचे और गैस रिसाव पर काबू पाने में जुटे रहे। पुलिस प्रशासन ने भी सभी जरूरी उपाय शुरू कर दिये हैं और आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। 

जानकारी के मुताबिक इस फैक्ट्री में गुड़ और शक्कर में मिलाने वाला केमिकल तैयार किया जाता है। माना जाता है कि केमिकल से भरे ड्रम से हाइड्रो गैस व केमिकल का रिसाव शुरू हुआ और फैक्ट्री परिसर समेत पूरे क्षेत्र में फैल गया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। हालांकि अभी तक घटना के पीछे का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। 

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दमकल विभाग के अधिकारी का कहना है कि फैक्ट्री में बनाए जा रहे केमिकल में पानी मिलने से हाइड्रो गैस उत्पन्न हुई। जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई। गैस रिसाव होने की जानकारी मिलने के बाद भी फैक्ट्री मालिक मौके पर नहीं पहुंचे। उनसे संपर्क भी नहीं हो पाया। समाचार लिखे जाने के वक्त तक गैस रिसाव पूरी तरह बंद नहीं हुआ था और पानी डालकर केमिकल से भरे ड्रम भी बाहर निकाले जा रहे थे। 










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