नगालैंड के शीर्ष निकायों, गिरजाघरों ने नगा समूहों से समाधान के लिए एक साथ आने का आग्रह किया
नगालैंड के शीर्ष निकायों और गिरजाघरों ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड - इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) और नगा नेशनल पॉलिटिकल ग्रुप्स (एनएनपीजी) से एक साथ आने और बिना किसी देरी के नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान के लिए एक साथ आने का आग्रह किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कोहिमा: नगालैंड के शीर्ष निकायों और गिरजाघरों ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड - इसाक मुइवा (एनएससीएन-आईएम) और नगा नेशनल पॉलिटिकल ग्रुप्स (एनएनपीजी) से एक साथ आने और बिना किसी देरी के नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान के लिए एक साथ आने का आग्रह किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक फोरम फॉर नगा रिकंसिलिएशन (एफएनआर) के बैनर तले दीमापुर जिले में नगा शीर्ष निकायों और गिरजाघरों संगठनों की सोमवार को एक बैठक के बाद यह अपील की गई।
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एफएनआर द्वारा यहां जारी एक बयान के अनुसार, नगालैंड के निकायों ने राजनीतिक मुद्दे को हल करने के लिए भारत सरकार के साथ अलग-अलग बातचीत करने वाले दो समूहों से 23 जनवरी, 2023 को घोषित 'नगा आगे बढ़ रहे हैं' बयान पर मिलकर कार्रवाई करने के लिए कहा।
इसके अनुसार,'' ईमानदारी और यर्थाथवाद की भावना के साथ एकत्रित हुए निकायों ने एनएनपीजी और एनएससीएन-आईएम से बिना किसी देरी के एक साथ बैठक में आने और 14 सितंबर, 2023 को हुए 'सितंबर संयुक्त समझौते', 18 अक्टूबर, 2022 की 'कोलकाता बैठक' और 14 जनवरी 2023 की घोषणा 'नगा आगे बढ़ रहे हैं' संबंधी अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने के लिए कहा।''
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एनएनपीजी में कम से कम सात अलग-अलग नगा समूह हैं।