इलाहाबाद हाई कोर्ट में न्यायाधीशों के रूप में पदोन्नत होंगे पांच अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की अनुशंसा
प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने पांच अधिवक्ताओं को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत करने की अपनी अनुशंसा को फिर दोहराया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने पांच अधिवक्ताओं को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत करने की अपनी अनुशंसा को फिर दोहराया है।
कॉलेजियम में न्यायमूर्ति यू यू ललित और न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर भी शामिल हैं। कॉलेजियम ने दो और अधिवक्ताओं - सौरभ श्रीवास्तव और ओमप्रकाश शुक्ला- के नाम का प्रस्ताव भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर प्रस्तावित किया है।
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इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के लिए जिन अधिवक्ताओं के नाम की सिफारिश कॉलेजियम ने फिर की है उनमें शिशिर जैन, मनु खरे, ऋषद मुर्तजा, ध्रुव माथुर और विमलेन्दु त्रिपाठी शामिल हैं।
एक अन्य फैसले में कॉलेजियम ने न्यायिक अधिकारी राधाकृष्ण अग्रवाल और अधिवक्ता राकेश मोहन पांडे के नाम को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत करने के लिये मंजूरी दी है।
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उसने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय में न्यायिक अधिकारी राजेश सेखरी को न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।
तीन सदस्यीय कॉलेजियम ने 14 जुलाई को हुई बैठक में यह फैसला लिया और प्रस्ताव सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया। (भाषा)