नोएडा विश्वविद्यालय प्रकरण: छात्रा के पिता के दावे का विश्वविद्यालय ने खंडन किया
विश्वविद्यालय परिसर में हत्या-आत्महत्या मामले के सिलसिले में ग्रेटर नोएडा विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को एक मृतक के पिता द्वारा प्राथमिकी में किए गए दावे का शुक्रवार को खंडन किया।
नोएडा: विश्वविद्यालय परिसर में हत्या-आत्महत्या मामले के सिलसिले में ग्रेटर नोएडा विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को एक मृतक के पिता द्वारा प्राथमिकी में किए गए दावे का शुक्रवार को खंडन किया।
पिछले सप्ताह हुई हत्या एवं आत्महत्या की इस घटना के सिलसिले में विश्वविद्यालय प्रशासन एवं एक कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
विश्वविद्यालय परिसर में 18 मई को 21 वर्षीय एक छात्रा की उसके सहपाठी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। छात्रा के पिता ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी उनकी बेटी के साथ हो रहे उत्पीड़न एवं हमले से अगवत थे, लेकिन उन्होंने उपयुक्त कार्रवाई नहीं की।
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उन्होंने कहा, ‘‘न तो उन्होंने कोई कार्रवाई की और न ही हमें बतौर अभिभावक सूचना दी।’’
मृतका के पिता ने कहा कि उन्होंने हमलावर छात्र के वीडियो से मिली सूचना और उनकी बेटी द्वारा 14 मार्च 2023 को विश्वविद्यालय अधिकारियों को भेजे गए ई-मेल के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी में उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की शिकायत पर शिव नादर विश्वविद्यालय की लापरवाही ही थी कि दो महीने में आरोपी ने चार बार छात्रा पर हमला किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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शिव नादर इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय या उसके अधिकारियों को आज तक हमलावर द्वारा छात्रा को परेशान किए जाने के बारे में उसके परिवार के किसी सदस्य से कोई शिकायत नहीं मिली।’’
इस पर छात्रा के पिता ने कहा, ‘‘मैंने यह नहीं कहा कि मेरे पास सूचना है। मेरी बेटी ने विश्वविद्यालय को जो कुछ लिखा था, मैंने बस उसका हवाला दिया। प्राथमिकी की सामग्री के संबंध में मेरा कहना है कि वीडियो के आधार पर मैंने सारी बातें कहीं। मेरी जानकारी का स्रोत अन्य सूचना भी है, जो मुझे मिली है, उसमें लड़का कह रहा है कि मेरी बच्ची ने उसके बारे में विश्वविद्यालय प्रबंधन से शिकायत की थी।’’