दो साल बाद सुलझी अंकित चौहान हत्याकांड की गुत्थी, यूपी एसटीएफ ने दो को किया गिरफ्तार
नोएडा में हुए अंकित चौहान हत्याकांड की गुत्थी यूपी एसटीएफ ने दो साल बाद सुलझाई। शुक्रवार को आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान इसकी जानकारी दी और बताया कि इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
नोएडा: अंकित चौहान हत्याकांड की गुत्थी सुलझने में दो साल लग गए। सेक्टर-76 में साल 2015 में हुए इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड में यूपी एसटीएफ और सीबीआई ने 2 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। एसटीएफ ने जानकारी दी कि दो साल बाद अब यह केस सुलझ गया है। पुलिस के मुताबिक हत्या लूट के इरादे से की गई थी। उन्होंने आरोपियों के पास से वारदात में शामिल एक कार और फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद की गई है।
आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने प्रेस कान्फ्रेंस करके मामले का खुलासा किया। अमिताभ यश ने बताया कि मुख्य आरोपी ने दो और लोगों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था। मुख्य आरोपी का नाम शशांक है। 12वीं क्लास में 96 प्रतिशत अंक हासिल कर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाला शशांक ही इस मर्डर का मास्टरमाइंड निकला। इसने गाड़ी लूट के इरादे से अंकित की हत्या की थी।
क्या था मामला
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अंकित चौहान नोएडा के सेक्टर-62 में टीसीएस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। 13 अप्रैल 2015 को मेरठ निवासी अंकित चौहान की सेक्टर-76 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस में दर्ज घटनाक्रम के मुताबिक 13 अप्रैल 2015 को अंकित चौहान अपने दोस्त गगन के साथ पत्नी से उनकी कंपनी में मिलकर फॉर्च्यूनर गाड़ी से वापस सेक्टर-76 घर लौट रहे थे। इसी दौरान बरौला बाईपास से होते हुए सेक्टर-76 जाते समय हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। हत्यारों ने अंकित पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और उनकी कार लेकर भाग गए। इस हमले में अंकित का दोस्त बच गया था।
परिजनों ने की थी सीबीआई जांच की मांग
अंकित के रिश्तेदार नोएडा पुलिस की जांच से बेहद निराश होकर हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे थे। यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से 2 बार मिलकर सीबीआई जांच की मांग की पर जब वो पूरी नहीं हुई तो इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस साल 26 अप्रैल को अंकित चौहान हत्याकांड की सीबीआई जांच का आदेश दिया था।
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70 लोगों से हुई पूछताछ
पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अंकित की पत्नी अमीषा, मित्र गगन, छह दोस्त, आफिस के 11 सहयोगी, बंगलुरू में अमीषा की तीन मित्र, चार ऐसे संदिग्ध जिनकी बाजू पर टैटू गुदा हुआ था से पूछताछ की। इसके साथ ही गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ के होंडा एकॉर्ड रखने वाले 35 लोगों से भी पूछताछ हुई। इस तरह कुल 69 लोगों से पूछताछ करने के बाद पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी।