North Eastern Festival: सरकार दिल्ली में 13 जनवरी से पांच दिवसीय ‘उत्तर पूर्वी महोत्सव’ आयोजित करेगी
पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने वाला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘उत्तर पूर्वी महोत्सव 2024’ यहां 13 जनवरी से भारत मंडपम में पांच दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने वाला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘उत्तर पूर्वी महोत्सव 2024’ यहां 13 जनवरी से भारत मंडपम में पांच दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) मंत्रालय, पूर्वोत्तर हस्तशिल्प और हथकरघा विकास निगम लिमिटेड (एनईएचएचडीसी) के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक महोत्सव के बारे में पत्रकारों को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के सचिव चंचल कुमार ने बताया कि उत्तर पूर्वी महोत्सव के पहले संस्करण को पूर्वोत्तर भारत की पारंपरिक कला, शिल्प और संस्कृतियों के मिश्रण वाली समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है।
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कुमार ने कहा कि यह महोत्सव आर्थिक अवसरों का मंच होगा।
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पादों और पर्यटन को बढ़ावा देना है, जो क्षेत्र की वृद्धि और विकास के लिए उत्प्रेरक बन सकता है।
डोनर मंत्रालय के सचिव ने बताया कि 250 बुनकर, किसान और उद्यमी महोत्सव में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान सामूहिक परिचर्चा और क्रेता-विक्रेता बैठकें आयोजित की जाएंगी।
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उन्होंने कहा कि पारंपरिक नृत्य, मंत्रमुग्ध करने वाले अभिनय और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा।
कुमार ने कहा कि यह महोत्सव क्रेता-विक्रेता बैठकों के लिए एक अनुकूल मंच प्रदान करेगा, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में बातचीत को प्रोत्साहन मिलेगा। ये सत्र विशेष रूप से हथकरघा और हस्तशिल्प, कृषि और संबद्ध उत्पादों के साथ-साथ पर्यटन पर केंद्रित होंगे।