इस साल देश के इन प्रमुख शहरों को सहना होगा घटा, पढ़ें ये खास रिपोर्ट
देश के छह प्रमुख शहरों में कमजोर मांग के चलते कैलेंडर वर्ष 2023 में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग 25-30 प्रतिशत घटकर 3.5-3.8 करोड़ वर्ग फुट रहने का अनुमान है। संपत्ति सलाहकार कोलियर्स इंडिया और उद्योग निकाय फिक्की की एक रिपोर्ट ‘कार्यालय क्षेत्र में उभरते रुझान एवं अवसर-2023’ में यह अनुमान जताया गया है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: देश के छह प्रमुख शहरों में कमजोर मांग के चलते कैलेंडर वर्ष 2023 में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग 25-30 प्रतिशत घटकर 3.5-3.8 करोड़ वर्ग फुट रहने का अनुमान है। संपत्ति सलाहकार कोलियर्स इंडिया और उद्योग निकाय फिक्की की एक रिपोर्ट ‘कार्यालय क्षेत्र में उभरते रुझान एवं अवसर-2023’ में यह अनुमान जताया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल बेहतर मांग से शीर्ष छह शहरों में कुल कार्यालय स्थल की मांग बढ़कर 5.03 करोड़ वर्ग फुट रही। कैलेंडर वर्ष 2021 में कुल 3.29 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थल पट्टे पर दिया गया था।
यह भी पढ़ें |
यूपी में गुस्साये किसानों ने शुरू किया कुर्ता उतारो अभियान, जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव
इन छह शहरों में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सकारात्मक परिदृश्य में देश में इस साल लगभग कुल 3.5-3.8 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थल पट्टे पर दिए जाने की संभावना है।
यह भी पढ़ें |
देश में बिना बिके मकानों में गिरावट, पढ़ें घरों की बिक्री ये जुड़ी ये बड़ी रिपोर्ट
दूसरी ओर, कोलियर्स-फिक्की की रिपोर्ट के मुताबिक, निराशाजनक परिदृश्य में विपरीत आर्थिक परिस्थितियों का प्रभाव लंबे समय तक बना रह सकता है, जिससे सुधार में देरी होगी।
कोलियर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक (कार्यालय सेवाएं) पीयूष जैन ने कहा, ‘‘वर्ष 2022 में पारंपरिक और लचीले स्थानों में वृद्धि मजबूत रही है क्योंकि लोग अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के बारे में अधिक उत्साहित थे। वहीं, इस साल यानी 2023 में, कार्यालय बाजार के अनिश्चितता से भरे होने के बावजूद क्षेत्र विकास के लिए तैयार है, बशर्ते आर्थिक वातावरण अनुकूल बना रहे।''