सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सामने आया पलानीस्वामी का पहला रिएक्शन, जानिए क्या कहा
उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अन्ना द्रमुक के अंतरिम महासचिव के. पलानीस्वामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस फैसले ने ‘‘विश्वासघात’’ करने वालों और ‘‘द्रमुक की बी-टीम’’ का पर्दाफाश कर दिया जो उनकी पार्टी को खत्म करना चाहते थे। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
मदुरै: उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अन्ना द्रमुक के अंतरिम महासचिव के. पलानीस्वामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस फैसले ने ‘‘विश्वासघात’’ करने वालों और ‘‘द्रमुक की बी-टीम’’ का पर्दाफाश कर दिया जो उनकी पार्टी को खत्म करना चाहते थे।
उन्होंने यहां एक सामूहिक विवाह समारोह में कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला दिवंगत मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन और जे. जयललिता जैसे पार्टी के दिग्गजों की ‘दिव्यता’ का परिणाम है।
अपने प्रतिद्वंद्वी ओ पनीरसेल्वम पर तीखा प्रहार करते हुए पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘द्रमुक की बी-टीम के तौर पर काम कर रहे और अन्नाद्रमुक को खत्म करने की कोशिश करने वाले कुछ विश्वासघातियों का आज पर्दाफाश हो गया। कई लोगों ने कहा कि अन्नाद्रमुक का कोई भविष्य नहीं है और यह सब उच्चतम न्यायालय तथा उच्च न्यायालय के फैसलों से खत्म हो गया है।’’
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गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने आज मद्रास उच्च न्यायालय का वह आदेश बरकरार रखा जिसमें ई. पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक का अंतरिम महासचिव बने रहने की अनुमति दी गयी थी।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय ने 12 जनवरी को मामले पर आदेश सुरक्षित रखा था।
शीर्ष न्यायालय ने ओ. पनीरसेल्वम द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया।
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यह फैसला अन्नाद्रमुक की 11 जनवरी 2022 को आम परिषद की बैठक के दौरान पार्टी के उपनियमों में किए गए संशोधन से जुड़ी याचिकाओं पर आया।
पलानीस्वामी ने कहा कि अन्नाद्रमुक अब ‘‘तीन या चार’’ नहीं बल्कि एक संयुक्त इकाई है। उन्होंने 27 फरवरी को पूर्वी इरोड उपचुनाव में अन्नाद्रमुक की जीत का भरोसा जताया।