Crime in Uttar Pradesh: यूपी पुलिस ने 'डीआईजी' बाप-बेटे को इस तरह सिखाया सबक, पहुंचे दोनों जेल
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में फर्जी पुलिस डीआईजी के नाम पर ठगी करने वाला युवक अब असली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी के पास कई ऐसे सामान बरामद हुए हैं, जिससे वो नकली डीआईजी बनकर लोगों को ठगता था। पढ़ें क्या है पूरा मामला..
अलीगढ़ः उत्तर प्रदेश में नकली डीआईजी बनकर लोगों को ठगने वाला बेटा और पिता गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनके पास से डीआईजी रैंक के अधिकारी की प्लेट, उत्तर प्रदेश शासन का मोनोग्राम, गृह मंत्रालय नई दिल्ली के विभिन्न स्टीकर व वाहन पास और एनआईए की तरफ से अनुचित तरीके से तैयार की गई जांच आख्या और वॉकी टॉकी, लैपटॉप, टैबलेट आदि गाड़ी से बरामद हुए हैं।
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आरोपियों के नाम अनुज चावला और उसके पिता का नाम राजेंद्र चावला, निवासी 84-समर विहार, थाना मानक नगर जनपद लखनऊ है। मंगलवार को दोनों आरोपियों को उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मंगलवार को बन्नादेवी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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एसपी क्राइम डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि आरोपी अनुज खुद को गृह मंत्रालय की सीक्रेट मिशन अपराध शाखा में तैनात बताता था। दोनों लोग लोगों की नौकरियां लगवाने के नाम पर ठगी करते थे। मंगलवार को बन्नादेवी क्षेत्र के भीकमपुर मोड़ पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी वहां से आईपीएस अधिकारी के स्टीकर और बत्ती लगी सफेद रंग की इनोवा क्रिस्टा कार संख्या यूपी 32 एचएस 5291 निकली। आमतौर पर किसी अफसर के मूवमेंट की पहले से पुलिस को सूचना रहती है। इस तरह गाड़ी गुजरने पर शक हुआ। जब पुलिस ने इनसे सख्ती से पूछताछ की तो उन्होनें सारा सच बोल दिया।