सरकार के शक्ति परीक्षण के बाद मध्यप्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल
मध्यप्रदेश विधानसभा में कल एक विधेयक पर मत विभाजन के माध्यम से सरकार के शक्ति परीक्षण के बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा में कल एक विधेयक पर मत विभाजन के माध्यम से सरकार के शक्ति परीक्षण के बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।पार्टी सूत्रों के मुताबिक अपने दो विधायकों के कांग्रेस के पाले में जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह कल देर रात ही भोपाल लौट आए। श्री सिंह आज यहां पार्टी के आला नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे।
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समझा जा रहा है कि श्री सिंह पार्टी के दो विधायकों के पाला बदलने के बाद बदली हुई परिस्थितियों के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत अन्य वरिष्ठ विधायकों के साथ चर्चा करेंगे। पाला बदलने वाले दोनों विधायकों पर आगे की कार्रवाई के बारे में भी बैठक में चर्चा संभावित है। इसके पहले कल मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को चुनौती देने के लगभग चार घंटे बाद ही एक संशोधन विधेयक पर मतदान के जरिए कांग्रेस ने एक ओर जहां बहुमत साबित कर दिया, वहीं भाजपा के दो विधायकों को अपने पाले में लाकर विपक्ष को फिलहाल बैकफुट पर ला दिया।
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पाला बदलने वाले दोनों विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कहा कि वे विकास के एजेंडे को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हैं। दोनों ने दावा किया कि ये एक तरह से उनकी घर वापसी है। (वार्ता)
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