फतेहपुर: 7 दिनों से धरने पर बैठा गरीब परिवार, आत्मदाह करने को है मजबूर
यूपी के फतेहपुर में एक गरीब परिवार लगातार 7 दिनों से धरना पर बैठा है लेकिन उसकी समस्या कोई भी सुनने को तैयार नहीं है।
फतेहपुर: एक तरफ जहाँ 21 जून को पूरा देश उत्तम स्वास्थ्य के लिए योग दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ फ़तेहपुर के नहर कालोनी में 7 दिन से एक गरीब परिवार धरने में बैठा है। शासन प्रशासन का कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ में हम उस गरीब परिवार की व्यथा दिखा रहें है।
जानिए क्या है पूरा मामला
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मामला करुईया का डेरा मजरे पुरबुज़ुर्ग विकास खंड हसवां का है। आपको बता दें कि साल 2014-15 में ननकी देवी पत्नी रामप्रसाद को लोहिया आवास मिला था। जिसकी पहली किस्त 122500 रुपये थी जो कि ननकी देवी के खाते में आई थी। गांव के प्रधान चंदन सिंह सहयोगी उदय सिंह और शिवपरसन के साथ मिलकर उनसे धोखाधड़ी करके उनके खाते से पूरे पैसे निकलवा लिए और कहा कि आवास हम बनवाएंगे। मानक विहीन आवास बनवाने पर ननकी के पति रामप्रसाद ने इसका विरोध किया तो बने बनाये घर को गिरा दिया गया। साथ ही दबंग प्रधान ने उसको अपात्र घोषित करते हुए रिकवरी के भी आदेश करा दिया।
रामप्रसाद से बातचीत पर उसने कहा कि गांव कर सभी लोहिया आवास मानक विहीन है। और मैं जब अपात्र था तो मुझे आवास क्यों दिया गया । मैं एक गरीब आदमी हूँ मुझे फसाया जा रहा है। मैंने ब्लाक स्तर से जिले और राज्य से लेकर केंद्र स्तर तक प्रयास किया लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है उसने कहा यहाँ के सभी अधिकारी आपस मे मिले हुए है। इस मामले की CBI जांच कराई जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मेरी सुनवाई नहीं होगी तो मैं आत्मदाह कर लूंगा।
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