प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पर किया करारा हमला, जानिए क्या बोले
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा कि देश की सत्ता पर काबिज रहने वाली पार्टी के पतन और गिरावट को लेकर उनके मन में संवेदनाए हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए कहा कि आजादी के बाद इतने लंबे समय तक देश की सत्ता पर काबिज रहने वाली पार्टी के पतन और गिरावट को लेकर उनके मन में संवेदनाए हैं और वह ‘‘प्रार्थना’’ करेंगे कि विपक्षी दल अगले आम चुनाव में 40 सीट बचा ले।
यह भी पढ़ें: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर टिप्पणी करना बंद करें विपक्षी दल
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि वह ‘जन्मजात’ आरक्षण की विरोधी रही है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वह प्रार्थना करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीट ही बचा ले। तृणमूल प्रमुख ने कहा कि था कि आम चुनाव में कांग्रेस 40 सीट भी नहीं जीत पाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की सोच भी ‘आउटडेटेड (पुरानी)’ हो गई है। जब उसकी सोच ही ‘आउटडेटेड’ हो गई है तो उसने अपना कामकाज भी ‘आउटसोर्स (बाहर से काम)’ कर लिया है। देखते ही देखते इतनी पुरानी पार्टी...इतने दशकों तक देश पर राज करने वाले दल का ऐसा पतन...ऐसी गिरावट.... हमें खुशी नहीं हो रही है। आपके प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था, जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को रातों-रात बर्खास्त कर दिया था, जिस कांग्रेस ने अखबारों पर भी ताले लगाने की कोशिश की थी... अब उसने देश को तोड़ने का विमर्श गढ़ना शुरू कर दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब देश को उत्तर-दक्षिण में तोड़ने के बयान दिए जा रहे हैं।’’
यह भी पढ़ें |
प्रधानमंत्री का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा आउटडेटेड हो गई न है कोई वारंटी
उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को पूरी तरह कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना और केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे...वह अब हमें उपदेश दे रहे हैं, वो अब हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस कांग्रेस के अपने नेता की कोई गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन) खरगे जी का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं।’’ उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कहा कि लोकसभा में तो कभी कभी मनोरंजन का मौका मिल जाता है किंतु आजकल कम मिलता है क्योंकि वे दूसरी ड्यूटी पर हैं। ‘‘लेकिन लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी थी वह आपने (खरगे ने) पूरी कर दी।’
मोदी ने कहा कि खरगे ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 400 सीटें पाने का आशीर्वाद दिया है और वह चाहें तो अब इस आशीर्वाद को वापस ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’’ मोदी ने कहा कि वह इसी के आधार पर कहते हैं कि कांग्रेस ‘‘आरक्षण की जन्मजात विरोधी’’ है।
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) का आरोप लगाने वाले पहले यह बताएं कि एमटीएनलएल, बीएसएनएल, एयर इंडिया को किसने बर्बाद किया था। उन्होंने कहा कि एलआईसी को लेकर भी अफवाह फैलाई गई ‘लेकिन एलआईसी के शेयर आज रिकॉर्ड स्तर पर ट्रेंड कर रहे हैं।’
यह भी पढ़ें |
Politics in Delhi: मनरेगा को लेकर कांग्रेस ने किया बीजेपी पर बड़ा हमला, जानिए पूरी खबर
उन्होंने कहा कि देश में 2014 में 234 पीएसयू थे लेकिन आज 254 पीएसयू हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज अधिकतर पीएसयू रिकॉर्ड रिटर्न दे रहे हैं और इन पर निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है। पीएसयू के इंडेक्स में बीते दो साल में दोगुना उछाल आया है।’’
उन्होंने कहा कि 10 साल से पहले पीएसयू का सकल मुनाफा करीब सवा लाख करोड़ रुपये था लेकिन बीते दस साल में यह ढाई लाख करोड़ रुपये रहा है।
प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों की ओर से टोका-टोकी किए जाने पर मोदी ने कहा कि वह बड़े धैर्य और नम्रता के साथ उनके एक-एक शब्द को सुनते रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आप आज भी न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। परंतु मेरी आवाज को आप (विपक्ष) दबा नहीं सकते। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी है, इसलिए मैं भी इस बार पूरी तैयारी के साथ आया हूं।’’
इससे पहले, प्रधानमंत्री के उच्च सदन में प्रवेश करते ही सत्ताधारी दल के सदस्यों ने खड़े होकर और मेजे थपथपाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।