International Yoga Day: जानिये सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी के संबोधन के खास बातें
दुनिया भर में आज सांतवां अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया सजा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस खास मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। जानिये पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें
नई दिल्ली: दुनिया भर में आज सांतवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। भारत समेत तमाम देशों में योग से संबंधित कई कार्यक्रम हो रहे हैं। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी कहा कि योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है। पीएम ने दुनिया की विभिन्न भाषाओं में योग प्रशिक्षण देने के लिए एम-योग ऐप लांच करने की भी घोषणा की।
डाइनामाइटड न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की कुछ खास बातें
1) सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अब विश्व को, M-Yoga ऐप की शक्ति मिलने जा रही है। इस ऐप में कॉमन योग प्रोटोकॉल के आधार पर योग प्रशिक्षण के कई विडियोज दुनिया की अलग अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे।
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2) योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है।
3) जब कोरोना के अदृष्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश, साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से, इसके लिए तैयार नहीं था। हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना।
4) आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की एक किरण बना हुआ है। दो वर्ष से दुनिया भर के देशो में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ हों लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ है।
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5) भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है। इसीलिए, योग में फ़िज़िकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना ज़ोर दिया गया है।
6) जब भारत ने यूनाइटेड नेशंस में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तो उसके पीछे यही भावना थी कि ये योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो।
आज इस दिशा में भारत ने यूनाइटेड नेशंस, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
7) दो वर्ष से दुनियाभर के देशों में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित न हुआ हो लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह जरा भी कम नहीं हुआ है।