Priyanka Gandhi in Lok Sabha: संसद में प्रियंका गांधी- संविधान ने सरकार बनाने और बदलने का अधिकार दिया

डीएन ब्यूरो

लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि संविधान ने देश के हर आदमी को सरकार बनाने और सरकार बदलने का अधिकार दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपना पहला संबोधन दिया। उन्होंने भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान संविधान की अहमियत को बताते हुए सरकार पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा। 

'न्याय की गारंटी है संविधान'

प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान न्याय की गारंटी है। इंसाफ और उम्मीद की ज्योति है। संविधान ने देश के हर आदमी को सरकार बनाने और सरकार बदलने का अधिकार दिया। स्वतंत्रता संग्राम में हर वर्ग के लोग शामिल थे। आजादी की लड़ाई की निकली आवाज है संविधान। संविधान ने हर भारतीय को शक्ति दी। सुरक्षित भविष्य का अधिकार दिया। देश बनाने में नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की।

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उन्नाव रेप पर बोली प्रियंका

प्रियंका गांधी ने अपनी स्पीच में उन्नाव रेप पीड़िता का जिक्र करते हुए कहा कि वे उन्नाव रेप पीड़िता के घर गई थी। उसके पिता बोले कि बेटी के लिए इंसाफ चाहिए। FIR दर्ज करने के लिए गए तो मना कर दिया गया। कहीं केस दर्ज नहीं किया गया तो बेटी से कहा कि लड़ाई छोड़ दो, वो बोली नहीं ये मेरी लड़ाई है, मैं लड़ूंगी। यह हिम्मत संविधान ने ही दी है।

अरुण वाल्मीकि का किया जिक्र 

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प्रियंका गांधी ने अपनी स्पीच में आगरा में पुलिस पिटाई में मारे गए अरुण वाल्मीकि का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस स्टेशन में सफाई करने वाले अरुण वाल्मीकि के घर गई। स्टेशन में चोरी हुई उस पर इल्जाम लगाया गया। पूरा परिवार उठाकर पुलिस स्टेशन ले गए। पीट-पीटकर मार डाला, बीवी को पीटा, पिता के नाखून निकाले, पूरे परिवार को पीटा। जवान विधवा से मिलने गई तो उसने कहा- दीदी हमें सिर्फ न्याय चाहिए, हम लड़ते रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए। ये हिम्मत संविधान ने दी।










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