ISRO launches PSLV-C54: श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV–C54 रॉकेट की लॉचिंग, जानिये इसकी खास बातें
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) ने शनिवार को हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV–C54 रॉकेट को सफलतापूर्व लॉन्च किया। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये इससे जुड़ी खास बातें
नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) ने एक और सफलता अर्जित कर ली है। इसरो ने शनिवार को हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV–C54 रॉकेट को सफलतापूर्व लॉन्च किया। इसके साथ ही 8 नैनो सैटेलाइट्स भी लॉन्च किया गया है। यानी PSLV–C54 से कुल 9 सैटेलाइट को लॉंच किया गया।
इसरो ने इसके साथ शनसैट सहित आठ अन्य नैनो सैटेलाइट्स को लॉन्च किया। ओशनसैट के अलावा इसमें सबसे महत्वपूर्ण सैटेलाइट भूटानसैट (BhutanSat aka INS-2B) भी शामिल है। भूटानसैट का अर्थ इंडिया-भूटान का ज्वाइंट सैटेलाइट है, जो एक टेक्नोलॉजी डिमॉन्सट्रेटर और नैनो सैटेलाइट है।
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लॉंच की गई 9 सैटेलाइट समेत रॉकेटों का कुल वजन 321 टन है। राकेट की ऊंचाई 44.4 मीटर और उत्थापन भार 321 टन है।
इसरो का ये मिशन वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सबसे लंबे समय तक चलने वाले मिशनों में से एक है। इसरो ने कहा कि अंतिम पेलोड पृथक्करण 528 किमी की ऊंचाई पर होने की उम्मीद है। अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-6 ओशनसैट श्रृंखला में तीसरी पीढ़ी का उपग्रह है।