आरकैप अधिग्रहण के लिए धन जुटाने को लेकर आईआईएचएल पर खड़े हुए सवाल
कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के प्रशासक ने हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) को पत्र लिखकर कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के प्रशासक ने हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) को पत्र लिखकर कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक आईआईएचएल ने आरकैप को हासिल करने के लिए सफल बोली लगाई है और अब इस संबंध में धन के स्रोत और व्यापार योजना को लेकर ये सवाल उठाए गए हैं।
सूत्रों ने कहा कि इससे पहले भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडाई) ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (आरजीआईसी) और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस (आरएनएलआईसी) के शेयरों पर गिरवी रखकर आरकैप के अधिग्रहण के लिए धन जुटाने के आईआईएचएल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, जिसके बाद आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक की ओर से यह पत्र भेजा गया।
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आरजीआईसी और आरएनएलआईसी कर्ज में डूबी वित्तीय सेवा फर्म की सहायक कंपनियां हैं।
सूत्रों ने बताया कि आईआईएचएल को लिखे एक पत्र में प्रशासक ने उससे धन के स्रोत और व्यवसाय योजना के साथ एक नया आवेदन जमा करने को कहा है।
प्रशासक ने आईआईएचएल को लिखा है कि नौ अक्टूबर को इरडाई के साथ उसकी बैठक में बीमा नियामक ने संकेत दिया कि यदि अधिग्रहण के लिए धन किसी बीमा कंपनी के शेयरों को गिरवी रखकर जुटाया जाता है, तो वह नियंत्रण में बदलाव के लिए किसी भी आवेदन पर अनुकूल विचार नहीं करेगा।
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