London: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी बोले- पेगासस से मेरे फोन की हुई जासूसी, खुफिया अधिकारियों ने कहा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उनसे कहा था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
लंदन: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उनसे कहा था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राहुल गांधी ने ब्रिटेन के मशहूर शिक्षण संस्थान कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।
‘‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’’ के प्रमुख सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के व्याख्यान का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर जारी किया है।
राहुल गांधी ने इस व्याख्यान में अपनी ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ और चीन के संदर्भ में विस्तार से बातचीत की है।
उन्होंने भारत में विपक्षी नेताओं की ‘‘निगरानी किए जाने’’ का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘मेरे फोन में पेगासस था, कई और नेताओं के फोन में भी पेगासस था। गुप्तचर अधिकारियों ने मुझे बताया कि फोन पर बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें क्योंकि हम रिकॉर्ड (आपकी बातों को) कर रहे हैं।’’
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राहुल गांधी का कहना था, ‘‘हम (विपक्ष) इस तरह का दबाव लगातार महसूस कर रहे हैं। विपक्ष के खिलाफ मामले दर्ज हो रहे हैं। मेरे खिलाफ कुछ ऐसे आपराधिक मामले दर्ज किए गए जो किसी भी परिस्थिति में आपराधिक मामले नहीं थे।’’
पिछले साल के मध्य में एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन ने कहा था कि पेगासस स्पाइवेयर का उपयोग कर 300 से अधिक भारतीय मोबाइल फोन नंबरों को निगरानी के लिए संभावित लक्ष्यों की सूची में रखा गया था जिनमें कई नेताओं और पत्रकारों के फोन नंबर भी थे। इसके बाद कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने संसद और संसद के बाहर इस मुद्दे को लेकर सरकार निशाना साधा था और जासूसी करने का आरोप लगाया था।
उच्चतम न्यायालय ने इस मामले की जांच के लिए गत अक्टूबर महीने में विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था।
राहुल गांधी ने ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ निकालने के कारण के संदर्भ में कहा ‘‘जब लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला हो रहा है तो विपक्ष के तौर पर हमारे लिए संवाद करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए हमने भारत की संस्कृति और इतिहास की तरफ मुड़ने का फैसला किया। आप ने दांडी यात्रा के बारे में सुना होगा जो महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ निकाली थी।’’
उन्होंने कहा कि इस ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ का मकसद सिर्फ दूरी तय करना नहीं था बल्कि लोगों को सुनना था।
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राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि भारत में मीडिया और कई अन्य संस्थाओं को कब्जे में कर लिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है और यह खबरों में भी है भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और इस पर हमला हो रहा है...लोकतंत्र के लिए जरूरी ढांचे, मसलन संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका सभी पर नियंत्रण हो रहा है। इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे पर ही हमले का सामना कर रहे हैं।’’
राहुल गांधी का कहना था, ‘‘संविधान में भारत को राज्यों का संघ कहा गया है और इस संघ के लिए संवाद जरूरी है। इस संवाद पर ही खतरा है और हमला किया जा रहा है। आप संसद के बाहर की यह तस्वीर देख सकते हैं। विपक्षी नेता कुछ मुद्दों के बारे में बात कर रहे थे और जेल में डाल दिया गया। यह तीन-चार बार हुआ।’’
उन्होंने इस व्याख्यान के दौरान दावा किया, ‘‘आपने सुना होगा कि अल्पसंख्यकों और प्रेस पर हमला हो रहा है। आपको यह पता चला होगा कि क्या हो रहा है।’’