देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 30वीं पुण्यतिथि है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 की रात में तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में एक चुनावी सभा के दौरान एक महिला आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी। जानिए उनसे जुड़ी कुछ खास और विशेष बातें डाइनामाइट न्यूज़ पर
उन्नीसवीं सदी में इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी देश के ऐसे नेता थें, जिन्होनें उन्नीसवीं सदी में इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना देखा था।
कई क्षेत्रों में नई पहल
राजीव गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीकों से पूर्ण करना चाहते थे। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने देश में कई क्षेत्रों में नई पहल की, जिनमें संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज आदि शामिल हैं।
देश की कम्प्यूटर क्रांति के जनक
वे देश की कम्प्यूटर क्रांति के जनक के रूप में भी जाने जाते हैं। वे युवाओं के लोकप्रिय नेता थे।
20 अगस्त, 1944 को मुंबई में जन्म
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को मुंबई में हुआ था। राजीव गांधी ने अपना बचपन अपने नाना के साथ तीन मूर्ति हाउस में बिताया, जहां इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री की परिचारिका के रूप में काम किया।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई
स्कूल से निकलने के बाद राजीव गांधी कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज गए, लेकिन जल्द ही वे वहां से हटकर लंदन के इम्पीरियल कॉलेज चले गए। उन्होंने वहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
इंदिरा गांधी और राजीव गांधी
इंग्लैंड से घर लौटने के बाद उन्होंने दिल्ली फ़्लाइंग क्लब की प्रवेश परीक्षा पास की और व्यावसायिक पायलट का लाइसेंस हासिल किया। इसके बाद वे 1968 में घरेलू राष्ट्रीय जहाज़ कंपनी इंडियन एयरलाइंस के पायलट बन गए।
पार्टी ने बनाया था रिकॉर्ड
अपनी मां के क़त्ल के बाद 31 अक्टूबर 1984 को वे कांग्रेस अध्यक्ष और देश के प्रधानमंत्री बने थे। उस चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला और पार्टी ने रिकॉर्ड 401 सीटें हासिल कीं।
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