Business: लॉकडाउन के बीच आरबीआई गवर्नर ने किए कई बड़े ऐलान.. जानें यहां
कोरोना संकट की वजह से देश को 3 मई तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। इस दौरान देश की इकोनॉमी को बड़ा नुकसान होने की आशंका है। इस हालात से निपटने के लिए आरबीआई गवर्नर ने कई बड़े ऐलान किए हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..
नई दिल्लीः देश में कोरोना संकट के साथ ही इकोनॉमी को भी बड़ा नुकसान होने की आशंका है। इस दौरान रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास मीडिया से बात की और कई बड़े ऐलान किए हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक विकास दर के मात्र 1.9 फीसदी रहने का अनुमान जताते हुए रिजर्व बैंक ने शुक्रवार रिवर्स रेपो दर में कमी करते हुए अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए कई उपायों की घोषणा की है।
On April 14, International Monetary Fund (IMF) released its global growth projections revealing that in 2020, the global economy is expected to plunge into the worst recession since 'The Great Depression': Reserve Bank of India (RBI) Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/7NfJfBfYjx
यह भी पढ़ें | भारतीय बैंकिंग प्रणाली मजबूत को लेकर आरबीआई के गवर्नर ने कही ये बात
— ANI (@ANI) April 17, 2020
RBI गवर्नर ने सबसे बड़ा ऐलान रिवर्स रेपो रेट को लेकर किया है। रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है। अब रिवर्स रेपो रेट 4% से घटकर 3.75% हो गया है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाददाता सम्मेलन में इन उपायों की घोषणा की। उन्होंने अच्छे मानसून के अनुमान को अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा बताया।
उन्होंने नाबार्ड को 25 हजार करोड़ देने का ऐलान किया। हाउसिंग सेक्टर को 10 हजार करोड़ रुपए देने का ऐलान किया गया। गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरे दौर में है। साथ ही आश्वस्त किया कि नकदी की कमी नहीं होने दी जाएगी।
यह भी पढ़ें |
उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद शक्तिकांत दास बने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर
यह भी पढ़ें: रसोई गैस की कीमतों में गिरावट
कोविड 19 के दौर में इन संस्थाओं को बाजार से कर्ज मिलने में मुश्किल है, इसलिए नाबार्ड, सिडबी, एनएचबी को 50,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त रीफाइनेंसिंग की सुविधा दी जा रही है।