महराजगंज में गरीबों के हक पर डाका, राईस मिल से छापेमारी में सैकडों बोरी कोटे के अवैध चावल बरामद, मैनेज का खेल जारी
महराजगंज जिला खाद्य विपणन अधिकारी के नेतृत्व में खाद्य एवं रसद विभाग की संयुक्त टीम द्वारा राईस मिल में छापेमारी की गई। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर जानिए पूरी ख़बर
महराजगंज: खाद्यन्न के अवैध भंडारण के विरुद्ध शुक्रवार को जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश में जिला खाद्य विपणन अधिकारी के नेतृत्व में खाद्य एवं रसद विभाग की संयुक्त टीम द्वारा विकास खण्ड घुघुली स्थित राईस मिल मे. शिवम ट्रेडर्स, भैंसी महराजगंज के मिल परिसर में छापेमारी की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक जिलाधिकारी ने जनता दर्शन के दौरान प्राप्त शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को तत्काल मौके पर जाकर जांच करने का निर्देश दिया।
छापे के दौरान मिल परिसर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में प्रयोग होने वाली चावल की 2977 बोरियां बरामद की गईं। साथ ही 1090 बोरी सरकारी क्रय में प्रयुक्त होने वाली प्लास्टिक की बोरियां भी मौके से प्राप्त हुईं।
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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार टीम द्वारा पूछताछ के दौरान मौके पर उपस्थित मिल के प्रतिनिधि उपरोक्त बरामद चावल के सम्बन्ध में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये।
उपरोक्त चावल के विश्लेषण के दौरान पाया गया कि चावल सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी कोटे में गरीबों को बाटे जाने वाली है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त कृत्य के लिये मे० शिवम ट्रेडर्स, भैंसी के भागीदार शिवेन्द्र वर्मा एवं शिव प्रसन्न वर्मा के विरूद्ध ई०सी० एक्ट-3/7 (आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7) में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है।
कोटेदारों और मिल मालिकों में मची खलबली
प्रशासन द्वारा की गई इस बड़ी कार्रवाई को लेकर कोटेदारों और मिल मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है। करीब आधा दर्जन मिल मालिक तो कलेक्ट्रेट में डेरा भी डाल चुके हैं। छापेमारी की खबर लगते ही अधिकतर गोदामों पर ताला लटका नजर आया।
कई मालिक रडार पर
छापेमारी में अब वरिष्ठ अधिकारियों की नजरें अन्य मिल मालिकों पर लग गई हैं। मिल मालिकों के अलावा कोटेदार और जनपद के बड़े दुकानदार जो इन मिल मालिकों से सरकारी खाद्यान्न खरीद रहे थे, अधिकारियों के रडार पर हैं।