पुणे की चीनी मिल को लेकरसंजय राउत का बड़ा आरोप , जानिए पूरा मामला
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें पुणे जिले के दौंड में एक चीनी मिल परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया, जहां वह चीनी मिल के दिवंगत संस्थापक मधुकर शिटोले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने जाना चाहते थे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पुणे: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें पुणे जिले के दौंड में एक चीनी मिल परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया, जहां वह चीनी मिल के दिवंगत संस्थापक मधुकर शिटोले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने जाना चाहते थे।
यह घटना पुणे शहर से लगभग 75 किलोमीटर दूर दौंड में भीमा-पाटस सहकारी चीनी मिल में हुई। पुलिस ने कहा कि राज्यसभा सदस्य को बाद में कुछ अन्य लोगों के साथ परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राउत ने इस घटना को कारखाने में हुई अनियमितताओं को छिपाने की कोशिश करार दिया।
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चीनी मिल पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राहुल कुल का नियंत्रण है। पिछले महीने, राउत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर राहुल कुल के खिलाफ 500 करोड़ रुपये के धन की हेराफेरी का आरोप लगाया था और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से उनके खिलाफ जांच कराये जाने की मांग की थी।
जब राउत का काफिला चीनी मिल के गेट पर पहुंचा तो उसे पुलिस ने रोक लिया।
बाद में राउत और मिल के कुछ अन्य सदस्यों को अंदर जाने दिया गया।
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'चूंकि धारा 144 लागू थी, इसलिए केवल राउत और कुछ अन्य सदस्यों को अंदर जाने तथा प्रतिमा पर फूल चढ़ाने की अनुमति दी गई थी।'
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने बाद में दौंड में एक जनसभा को संबोधित भी किया।