गुवाहाटी में सड़क हादसे में कॉलेज के सात छात्रों की मौत
सोमवार को हुए एक सड़क हादसे में असम इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
गुवाहाटी: सोमवार को हुए एक सड़क हादसे में असम इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि तृतीय वर्ष के 10 छात्र आज तड़के एक कार में कॉलेज परिसर से निकले और उनका तेज रफ्तार वाहन जलुकबारी इलाके में पहले सड़क पर डिवाइडर से और फिर एक पिकअप वैन से टकरा गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘सात छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य छात्रों को गंभीर हालत में गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
मृतकों की पहचान अरिंदम भल्लाल, राजकिरण भुइयां, नियार डेका, कौशिक डेका, एमोन गायन, उपांग्शु सरमा और कौशिक मोहन के रूप में हुई है।
यह भी पढ़ें |
असम में गैस टैंकर में रिसाव से आग लगी, 4 मरे
पुलिस अधिकारी ने बताया कि चालक सहित वैन में सवार तीन लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राज्य विधानसभा में जलुकबारी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया।
हिमंत विश्व शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘ जलुकबारी में सड़क दुर्घटना में नौजवानों की मौत से बेहद दुखी हूं। उनके माता-पिता और परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।’’
मुख्यमंत्री ने कॉलेज के छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के साथ लगातार संपर्क में रहें और संस्थान के अधिकारियों से अपील की कि छात्रावास अधीक्षकों की निगरानी में और सख्ती होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें |
दर्दनाक: देश में कब थमेंगे सड़क हादसे? असम इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों की मौत, छह घायल
शर्मा ने कहा कि उन्होंने उस अस्पताल के अधिकारियों से बात की है जहां घायलों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है, जिनकी स्थिति अब स्थिर और खतरे से बाहर है।
असम के पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया यह शराब पीकर गाड़ी चलाने का मामला प्रतीत होता है, लेकिन जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, मैं निश्चित तौर पर कुछ नहीं कह सकता। ’’
उन्होंने कहा कि दुर्घटना की पुलिस और परिवहन विभाग दोनों द्वारा जांच की जाएगी।