सिद्धार्थनगर: राजमार्ग-233 से होकर गुजरना किसी सजा को भुगतने से कम नहीं

डीएन संवाददाता

जिले से होकर गुजरेने वाला राजमार्ग (NH-233) अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने लगा है। हाल में इस सड़क की रिपेयरिंग भी कराई गयी, लेकिन घटिया कार्य के चलते सड़क पूरी तरह उखड़ गयी है। सड़क से गुजरना किसी सजा को भुगतने से कम नहीं है। पूरी खबर..



सिद्धार्थनगर: राज्य की सड़कों को गढ्ढे मुक्त बनाने की घोषणा करने वाली योगी सरकार का यह दावा गलत साबित हो रहा है। गड्ढों के कारण यहां से गुजरने वाले नेशनल हाईवे (NH-233)  की हालत दिन प्रतिदन बिगड़ती जा रही है। बाढ़ के समय में तानजवा लखनपार बांध की कटान की वजह से सड़कें प्रभावित हो गयी थी, जिसके बाद रोड पर केवल मिट्टी डालने के काम के अलावा कुछ नहीं किया गया। अब रोड की हालत ऐसी हो गयी है कि यहां से लोगों का निकलना दूभर हो गया है।

यह भी पढ़ें | सिद्धार्थनगर: खराब सड़कों पर चलना हुआ मुश्किल, बड़े-बड़े गड्ढों में हिचकोले खानें को मजबूर राहगीर

गौरतलब है कि इस सड़क की रिपेयरिंग कराई जा चुकी है और इस सड़क की रिपेयरिंग में लगभग 10 करोड़ रूपये का खर्च आया था। रिपेयरिंग कराई जा चुकी सड़क की जर्जर हालत हो गयी है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि अन्य सड़कों का क्या हाल होगा।

यह भी पढ़ें | सिद्धार्थनगर: राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा, विधायक ने क्षेत्र भ्रमण कर लिया स्थिति का जायजा

सरकार द्वारा कराये गये कार्यों को लेकर बड़े सवाल उठाये जा रहे है। घटिया निर्माण के कारण यहां लोगों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि सड़को से गुजरना किसी सजा को भुगतने से कम नहीं है। 
 










संबंधित समाचार