बाघ की खाल, मोर के बच्चे और अन्य वन्य जीवों के अंग बरामद छह गिरफ्तार, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वन विभाग के दल ने ओडिशा सीमा से सटे एक गांव में छह लोगों के पास से बाघ की खाल, मोर के बच्चे और अन्य वन्य जीवों के अंग बरामद होने के बाद उन्हें अवैध शिकार के आरोप में गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

गरियाबंद जिले में वन विभाग  ने वन्य जीवों के अंग बरामद
गरियाबंद जिले में वन विभाग ने वन्य जीवों के अंग बरामद


गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वन विभाग के दल ने ओडिशा सीमा से सटे एक गांव में छह लोगों के पास से बाघ की खाल, मोर के बच्चे और अन्य वन्य जीवों के अंग बरामद होने के बाद उन्हें अवैध शिकार के आरोप में गिरफ्तार किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वन विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि गरियाबंद में गठित शिकार विरोधी दल ने छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा से सटे ओडिशा के गांवों में तलाशी अभियान चलाकर बाघ की खाल, मोर के चार बच्चे और अन्य वन्य जीवों के अंग बरामद किए।

अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में दल ने बदन मांझी (45), सचिन मांझी (36), बड़ा मांझी (61), अच्युतानंद मांझी (23), खगेश्वर मांझी (62) और विघाधर मांझी (37) को अवैध शिकार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग के दल को सूचना मिली थी कि छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा से सटे खुडूपानी गांव के बदन मांझी ने एक बाघ का शिकार किया है और उसकी खाल को अपने घर में रखा है।

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अधिकारियों के अनुसार, सूचना के बाद वन विभाग के दल ने तीन जून को बदन मांझी के घर की तलाशी ली और वहां से बाघ की खाल का टुकड़ा, मोर के चार बच्चे और तार, फंदा, तीर, कमान समेत शिकार करने का अन्य सामान बरामद किया।

उन्होंने बताया कि पूछताछ में बदन मांझी ने अन्य आरोपियों का नाम लिया, जिसके बाद वन विभाग के दल ने चार जून को पास के गांवों में रहने वाले खगेश्वर, विघाधर, बड़ा मांझी, सचिन और अच्युतानंद के घर की लताशी ली।

अधिकारियों के मुताबिक, वन विभाग ने आरोपियों के घर से तेंदुए के नाखून, मांस, पंजा और भालू समेत अन्य वन्य जीवों के अंग व हथियार बरामद किए।

उन्होंने बताया कि आरोपी विघाधर ने पूछताछ में कुछ अन्य शिकारियों के नाम भी लिए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

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अधिकारियों के अनुसार, बदन मांझी के घर से बरामद बाघ की खाल, नाखून और दांत को डीएनए जांच के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान, देहरादून भेजा जाएगा।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि बदन मांझी को दो महीने पहले खाडुपानी (ओडिशा) के जंगल में बाघ की खाल मिली थी, जिसके कई टुकड़े कर शिकारियों ने आपस में बांट लि‍ए थे।

अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार शिकारी ने छह अन्य लोगों का नाम भी बताया है, जो बाघ, तेंदुआ और अन्य वन्य प्राणियों के शिकार में शामिल थे।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अच्युतानंद मांझी के मोबाइल फोन से कोटरी और जंगली सुअर का शिकार कर उन्हें कंधे पर ढोकर ले जा रहे अन्य आरोपियों की तस्वीरें भी मिली हैं, जिनके आधार पर उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।










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