गुजरात में एक परिवार के छह सदस्यों ने खाया जहर, तीन की मौत,जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

गुजरात के सूरत में हीरा उद्योग में कार्यरत एक कारीगर की पत्नी और दो बच्चों की कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई, वहीं कारीगर की हालत गंभीर है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

परिवार के छह सदस्यों ने खाया जहर
परिवार के छह सदस्यों ने खाया जहर


सूरत:  गुजरात के सूरत में हीरा उद्योग में कार्यरत एक कारीगर की पत्नी और दो बच्चों की कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई, वहीं कारीगर की हालत गंभीर है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रत्यक्ष तौर पर आर्थिक परेशानियों के कारण परिवार ने यह कदम उठाया। उसने बताया कि घटना बुधवार शाम की है और कारीगर वीनू मोराडिया (55) की हालत गंभीर है। मोराडिया के दो बेटियां और दो बेटे हैं।

मोराडिया की एक बेटी, एक बेटे ने अपने माता पिता के साथ घर के बाहर जहरीला पदार्थ खाया वहीं उनका एक बेटा और बेटी घर पर थे।

यह भी पढ़ें | Crime in Surat: लव मैरिज के नाम पर धोखा! शादी के दो दिन बाद ही युवती के साथ ससुराल वालों ने किया ये काम

अतिरिक्त पुलिस अयुक्त पी के पटेल ने कहा कि मोराडिया, उसकी पत्नी शारदाबेन (50),बेटे कृष (20) और बेटी सेनिता (15) ने बुधवार शाम को सूरत के सरथाना इलाके में एक नहर के पास कथित तौर पर एल्युनियम फॉस्फाइड की गोलियां खाईं।

पटेल ने बताया, ‘‘ उन्हें स्थानीय लोगों ने तत्काल पास के एक अस्पताल में पहुंचाया। मोराडिया की पत्नी,बेटे और बेटी की उपचार के दौरान मौत हो गई वहीं मोराडिया की हालत गंभीर बनी हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मोराडिया हीरा तराशने वाला कारीगर है और हो सकता है कि आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने यह कदम उठाया हो।’’

यह भी पढ़ें | पीएम मोदी की गुजरात को एक और सौगात, सी-प्लेन के बाद रोपैक्स फेरी सर्विस की शुरूआत

अधिकारी ने बताया कि जहरीला पदार्थ खाने से पहले मोराडिया ने अपने रिश्ते के भाई प्रवीणभाई को सूचित किया था कि उन्होंने जहर खा लिया है और वह उनके दूसरे बेटे और बेटी का ध्यान रखें।

प्रवीणभाई ने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनके भाई ने कभी आर्थिक मुद्दे पर कोई बात नहीं की।

मोराडिया के एक अन्य रिश्तेदार ने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनकी आय 15,000 से 20,000 रुपये प्रतिमाह थी और हो सकता है कि छह लोगों का खर्चा चलाने में उन्हें दिक्कत आ रही हो।










संबंधित समाचार