राज्य सरकारों को आदिवासियों की संस्कृति और परंपरा अक्षुण्ण बनाये रखने पर ध्यान देने की जरूरत: मुंडा
झारखंड समेत राज्यों में आदिवासियों के धर्मांतरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि यह राज्यों का विषय है और राज्य सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जनजातीय समुदायों के जीवन मूल्य, भाषा, संस्कृति और परंपराएं अक्षुण्ण रहें। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: झारखंड समेत राज्यों में आदिवासियों के धर्मांतरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि यह राज्यों का विषय है और राज्य सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जनजातीय समुदायों के जीवन मूल्य, भाषा, संस्कृति और परंपराएं अक्षुण्ण रहें।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के सांसद संजय सेठ के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बात कही।
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झारखंड से सांसद सेठ ने पूछा था कि क्या सरकार का ध्यान उनके राज्य में आदिवासियों के धर्मांतरण पर है।
जवाब में मुंडा ने कहा, ‘‘वैसे तो यह विषय राज्य सरकारों का है और राज्य सरकार को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि तमाम समुदायों, खासकर जनजातीयों के जीवन मूल्य, भाषा, संस्कृति और परंपराएं अक्षुण्ण रहें।’’
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उन्होंने कहा कि सदस्य ने जो विषय उठाया है, उस तरह की शिकायतें कुछ राज्यों से आती हैं कि वहां इन बातों का ध्यान नहीं रखा जाता।
मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जनजातीय शोध संस्थानों और राज्य सरकारों का ध्यान इस ओर दिलाया जाता है कि ‘‘वे आदिवासियों की संस्कृति और परंपरा की जीवंत व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिए संवेदनशील रहकर काम करें, ताकि मूल उद्देश्य बना रहे।’’