बिहार में छात्र नेताओं ने किया फीस वृद्धि तथा फीस वसूली का विरोध
पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेता ओसामा खुर्शीद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के ढ़ीले रवैए पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा हैं जिसमें 31 जुलाई तक सारे वोकेशनल कोर्सेज में फीस जमा करने की अवधि और इस लॉक डाउन में फीस लेने के फैसले को गलत बताया है। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
पटना: पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेता ओसामा खुर्शीद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैए पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा हैं जिसमें 31 जुलाई तक सारे वोकेशनल कोर्सेज में फीस जमा करने की अवधि और इस लॉक डाउन में फीस लेने के फैसले को गलत बताया है।
उन्होंने पटना विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि इस पर जल्द से जल्द संज्ञान लें और यथासंभव छात्रों को राहत प्रदान करें।
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विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सेशन में भी कुछ कोर्सेज की फीस में वृद्धि की है और ये इस वैश्विक महामारी के बीच में सही नहीं हैं क्यूंकि कई सारे गरीब तबके के छात्र पटना विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते हैं और इस वैश्विक महामारी में वो आर्थिक तंगी का शिकार हुए हैं इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन अपने इस फैसले को बदले और विचार करे।
वहीं पटना हाईकोर्ट के वकील विशाल कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के अधीन विश्वविद्यालयों में ऐसी मनमानी की स्थिति फिलहाल सही नहीं है।
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उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के बीच में सरकारी विश्वविद्यालयों में फीस वसूली के संबंध में सरकारी तंत्र को सोचना चाहिए।