Crime in UP: गोरखपुर में वृद्ध की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

डीएन ब्यूरो

यूपी के गोरखपुर में सोमवार को बुजुर्ग की संदिग्ध मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर में वृद्ध की संदिग्ध मौत
गोरखपुर में वृद्ध की संदिग्ध मौत


गोरखपर: जनपद के गोला थाना क्षेत्र के ग्राम परवरपार में शनिवार को 70 वर्षीय बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने गांव की कुछ महिलाओं पर उनकी हत्या का आरोप लगाया है, जिसके चलते  परिजनों ने  गोला थाने में लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कह रही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया है।

मृतक की पहचान सीताराम यादव के रुप में हुई है। 

जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर सीताराम यादव अपने गेहूं की फसल देखने खेत में गए थे। वहां गांव की कुछ महिलाएं घास उखाड़ रही थीं,  जिसको लेकर  सीताराम और महिलाओं के बीच कहासुनी हो गई। घर पहुंचने के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई।

यह भी पढ़ें | Gorakhpur: मोहद्दीपुर सड़क हादसे में घायल मासूम ने भी तोड़ा दम, मृतकों की संख्या हुई 6

परिजनों मृतक के शव को लेकर गोला थाने में गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने परिजनों से कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। 

रविवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट स्पष्ट नहीं होने के कारण बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया। 
जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी चौबीस घंटे तक सीताराम का शव घर पर ही पड़ा रहा। परिजन मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अड़े रहे।

सीओ गोला मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी प्रकार की चोट नहीं आई है। बिसरा प्रिजर्व हो गया है। अगली कार्रवाई बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही की जाएगी। 

उन्होंने कहा कि परिजनों द्वारा लिखित तहरीर थाने पर दी गई है,  लेकिन उन्हें अब बिसरा रिपोर्ट आने तक इंतजार करना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें | Suicide in Gorakhpur: गोरखपुर में प्रेम प्रसंग के चलते युवक ने की खुदकुशी

परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिलाओं के साथ हुई कहासुनी के बाद ही सीताराम की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। उनका कहना है कि पुलिस  मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है।

पुलिस केवल बिसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जबकि उनकी तहरीर के आधार पर  तुरंत मुकदमा दर्ज करना चाहिए। अब देखना होगा कि बिसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस क्या कार्रवाई करती है। 










संबंधित समाचार