तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार, एसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए

डीएन ब्यूरो

तेलंगाना में 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का एक प्रश्नपत्र एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के विभिन्न ग्रुप पर सामने आने के बाद शहर की पुलिस ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद बंडी संजय कुमार को कदाचार के मामले में मुख्य आरोपी बनाया और उसके बाद बुधवार तड़के गिरफ्तार कर लिया।

तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार (फाइल)
तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार (फाइल)


हैदराबाद: तेलंगाना में 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का एक प्रश्नपत्र एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के विभिन्न ग्रुप पर सामने आने के बाद शहर की पुलिस ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद बंडी संजय कुमार को कदाचार के मामले में मुख्य आरोपी बनाया और उसके बाद बुधवार तड़के गिरफ्तार कर लिया।

करीमनगर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य संजय कुमार को पुलिस के एक दल ने मंगलवार देर रात उनके आवास से हिरासत में लिया था जिसके बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया।

बाद में, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और फिर शाम को वारंगल की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें तीन अन्य व्यक्तियों के साथ 19 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पुलिस ने कहा कि तेलंगाना में कक्षा 10वीं (एसएससी) बोर्ड परीक्षा का पेपर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन एक इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर आ गया था, जब 16 वर्ष के एक लड़के ने परीक्षा में बैठे एक छात्र से पेपर की तस्वीर ली और उसे उस छात्र के भाई के साथ साझा कर दिया जब परीक्षा चल रही थी।

पुलिस ने कहा कि पेपर को उसके बाद इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के एक ग्रुप में साझा किया गया और बाद में एक आरोपी द्वारा अन्य ग्रुप में साझा किया गया, जिसने इसे संजय कुमार को भी भेजा था।

वारंगल के पुलिस आयुक्त ए वी रंगनाथ के अनुसार, संजय कुमार ने एसएससी परीक्षा के दौरान छात्रों और उनके माता-पिता के बीच भय उत्पन्न करने की साजिश रचकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की थी, क्योंकि प्रश्नपत्र लीक होने का दोष तेलंगाना प्रशासन पर पड़ेगा।

पुलिस आयुक्त ने वारंगल में एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘संजय और दूसरे आरोपी (एक टीवी चैनल के पूर्व पत्रकार) के बीच व्हाट्सऐप पर बातचीत हुई थी। उनके बीच व्हाट्सऐप कॉल भी होते थे। जब हमने संजय से पूछा तो उन्होंने कहा कि उनका फोन उनके पास नहीं है। अगर हम उनके फोन की जांच करें तो कुछ और जानकारी सामने आएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि वे छात्रों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न करना चाहते थे। मामला दर्ज करने का कोई राजनीतिक मकसद नहीं है। यह (पेपर लीक) बंडी संजय के निर्देशन पर किया गया था।’’

अधिकारी ने कहा कि लीक हुआ प्रश्नपत्र पूर्व मंत्री और विधायक एटेला राजेंदर सहित कई भाजपा नेताओं के फोन पर आ गया था।

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रंगनाथ ने कहा कि संजय कुमार की गिरफ्तारी की सूचना लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय को प्रक्रिया के अनुसार दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 41 के तहत किसी व्यक्ति को कुछ परिस्थितियों में पहले नोटिस जारी किए बिना गिरफ्तार करने की शक्ति है।

अपनी एहतियातन गिरफ्तारी के बाद संजय कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘बीआरएस में भय वास्तविक है। पहले उन्होंने मुझे संवाददाता सम्मेलन करने से रोका और अब देर रात मुझे गिरफ्तार करते हैं। मेरी एकमात्र गलती बीआरएस सरकार से उसके गलत कामों पर सवाल करना है। अगर मुझे जेल हो जाए तो भी बीआरएस से सवाल करना बंद नहीं करूंगा। जय श्री राम! भारत माता की जय! जय तेलंगाना।’’

उन्होंने ट्वीट के साथ अपनी एहतियातन गिरफ्तारी के वीडियो भी पोस्ट किए।

एसएससी हिंदी प्रश्नपत्र की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 16 वर्षीय लड़के को पकड़ा तथा मंगलवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए दो व्यक्तियों में एक टेलीविजन चैनल का एक पूर्व पत्रकार और एक लैब सहायक शामिल है जिसने पेपर कथित तौर पर ऐप पर प्रसारित किया था। बाद में संजय कुमार को बुधवार तड़के एक अन्य आरोपी, उनके चालक के साथ गिरफ्तार किया गया।

मामले में कुल 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है और पांच फरार हैं।

पुलिस ने हिरासत रिपोर्ट में दावा किया कि सभी आरोपियों के फोन की कॉल डिटेल और ऐप पर आरोपियों की चैट का विश्लेषण करने से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य यह संदेह से परे साबित करते हैं कि आरोपी व्यक्ति 4 अप्रैल को प्रश्नपत्र 'लीक' करने और कॉपी करने की साजिश में शामिल थे।

पुलिस ने हिरासत रिपोर्ट में आरोप लगाया, ‘‘यह एक पूर्व नियोजित और आपराधिक साजिश है। अफवाह फैलाने और तेलंगाना राज्य में चल रही परीक्षा को लेकर शांति भंग करने के इरादे से एसएससी परीक्षा में कदाचार किया गया जिसमें बंडी संजय कुमार ने दो अन्य आरोपियों की मदद से चल रहे एसएससी पेपर की फोटो सेल फोन से खींचकर लीक करने की योजना बनाई।’’

पुलिस ने संजय कुमार पर तीन अप्रैल (सोमवार) को हुए तेलुगु प्रश्नपत्र के लीक होने की स्थिति का फायदा उठाने और इसे प्रसारित करने के लिए दूसरे आरोपी को निर्देश देने का आरोप लगाया। पुलिस ने दावा किया कि भाजपा के प्रदेश प्रमुख ने कहा कि यदि यह चार अप्रैल को भी होता है तो वे इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित करेंगे और राज्य सरकार को बदनाम करेंगे।

पुलिस ने दावा किया कि भाजपा के प्रदेश प्रमुख ने इसे प्रश्नपत्र लीक होने से रोकने में सरकार की विफलता के रूप में पेश करने की कोशिश की।

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यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए तेलंगाना आने वाले हैं।

संजय कुमार को शुरुआत में राचकोंडा पुलिस आयुक्तालय सीमा के अधीन बोम्मलारामराम थाने में ले जाया गया। बाद में पुलिस उन्हें वारंगल ले गई।

इससे पहले कुमार को हिरासत में लिए जाने का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता बोम्मलारामराम थाने के पास एकत्र हुए और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने संजय कुमार को तुरंत रिहा किए जाने की मांग भी की।

भाजपा विधायक एम रघुनंदन राव और पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को वहां जाने से रोका गया।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं तेलंगाना मामलों के प्रभारी तरुण चुघ ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी असंवैधानिक और अवैध है तथा यह 'मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के दमनकारी शासन के ताबूत में आखिरी कील' साबित होगी।

तेलंगाना के विकाराबाद जिले में सोमवार को चार सरकारी कर्मचारियों को तब निलंबित कर दिया गया जब एक सरकारी स्कूल के एक ‘प्रतीक्षारत’ निरीक्षक ने एसएससी बोर्ड परीक्षा के दौरान तेलुगु प्रश्नपत्र की कथित तौर पर तस्वीर ली और उसे एक अन्य शिक्षक के साथ साझा कर दिया जबकि परीक्षा चल रही थी।

राज्य में एसएससी परीक्षाएं सोमवार को शुरू हुईं।










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