प्रशांत भूषण को बयान पड़ा महंगा, लखनऊ में दर्ज हुई एफआईआर
अपने बयानों से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा शुरू किए गए एंटी-रोमियो स्क्वॉड की आलोचना करते हुए रोमियो की जगह कृष्ण नाम रखे जाने की वकालत की है। इस मामले में वे एक बड़े वर्ग के निशाने पर आ गये हैं। लखनऊ में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
नई दिल्ली: एक बार फिर से प्रशांत भूषण अपने एक विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उनके निशाने पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए ऐंटी रोमियो स्क्वॉड है, जिसकी आलोचना करते हुए प्रशांत भूषण ने एक ट्वीट किया है।
कश्मीर को पाकिस्तान के हवाले करने की वकालत कर चुके भूषण अपने ट्वीट के बाद आलोचकों के निशाने पर आ गये हैं।
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प्रशांत भूषण ने अपने ट्वीट में लिखा है कि रोमियो ने अपने जीवन में केवल एक ही लड़की से प्यार किया, जबकि कृष्ण तो कई लड़कियों के साथ छेड़खानी करने के लिए प्रसिद्ध हैं। क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ में इतनी हिम्मत है कि वह अपने मुस्तैद दस्ते का नाम ऐंटीकृष्ण स्क्वॉड रख सकें?'
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योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनते ही एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन करते हुए लड़कियों को छेड़ने वाले मनचलों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। एंटी रोमियो स्क्वॉड के गठन के बाद से ही इसपर सवाल उठते रहे हैं कि इस स्क्वॉड का नाम एंटी रोमियो क्यों रखा गया, जबकि रोमियो भी तो किसी तरह का मनचला नहीं था।
इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में भूषण के खिलाफ जीशान हैदर नाम के व्यक्ति ने मुकदमा अपराध संख्या 263/2017 के अंतर्गत धारा 295 ए ल 153 ए भादवि के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।