आदेशों को नहीं मानने पर मंत्री ने अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी, जानिये पूरा मामला
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कुछ अधिकारियों को मंत्रियों के आदेशों को कथित तौर पर नहीं मानने पर कड़ी चेतावनी दी और कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
शिमला: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को कुछ अधिकारियों को मंत्रियों के आदेशों को कथित तौर पर नहीं मानने पर कड़ी चेतावनी दी और कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे।
सिंह ने उन्हें चेतावनी दी कि वे ‘लक्ष्मण रेखा’ को पार न करें।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विक्रमादित्य सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम लोगों द्वारा चुने गए हैं और अधिकारी हमारे लिए शर्तें तय नहीं कर सकते... मैं मुद्दों के बारे में विस्तार से नहीं बताना चाहता और इन्हें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष उठाऊंगा।’’
यह भी पढ़ें |
टैक्सी ऑपरेटरों की लड़ाई को क्षेत्रीय रंग देने की कोशिशें, जानिये हिमाचल प्रदेश का ये मामला
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे संज्ञान में आया है कि यहां दिए गए प्रस्ताव दिल्ली पहुंचते-पहुंचते बदल जाते हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘हम नौकरशाही का बहुत सम्मान करते हैं लेकिन कुछ अधिकारी हैं जो मंत्रियों को दरकिनार करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बीच कोई समन्वय नहीं है।
यह भी पढ़ें |
जयराम ठाकुर को अफसरों की कार्य संस्कृति पर बोलने का अधिकार नहीं, जानिये किसने और क्यों कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत कर रहे हैं और अधिकारियों को अपने चेंबर में बुलाने के बजाए प्रेस के पास जा रहे हैं।