Health: भारत को कुष्ठ रोग मुक्त करने का लक्ष्य 2027 तक संभव
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकारों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए भारत वर्ष 2027 तक कुष्ठ रोग मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकारों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए भारत वर्ष 2027 तक कुष्ठ रोग मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकता है।
मांडविया ने राष्ट्रीय कुष्ठ रोग दिवस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि भारत प्रगति कर रहा है और कुष्ठ रोग के नए मामलों में साल दर साल कमी आ रही है। पूरी सरकार, पूरे समाज के समर्थन, तालमेल और सहयोग से सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य- एसडीजी से तीन साल पहले वर्ष 2027 तक कुष्ठ मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
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इस वर्ष के दिवस कार्यक्रम की मुख्य विषय वस्तु “हमें कुष्ठ रोग से लड़ना है और कुष्ठ रोग को इतिहास बनाना है” रही। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास करना समय की मांग है। इस बीमारी का समय से पता लगाना और इसका इलाज करना आवश्यक है।
आधुनिक समय में इस बीमारी का इलाज उपलब्ध है।राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के प्रयासों पर जोर देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा कि कुष्ठ रोग की व्यापकता दर वर्ष 2014-15 में प्रति 10,000 जनसंख्या पर 0.69 से घटकर वर्ष 2021-22 में 0.45 हो गई है। इसके अलावा, प्रति 100,000 जनसंख्या पर वार्षिक नए मामले का पता लगाने की दर वर्ष 2014-15 में 9.73 से घटकर वर्ष 2021-22 में 5.52 हो गई है। (वार्ता)
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