उत्तर प्रदेशः इंतजारी खत्म, मकर संक्रांति के बाद अब मंडप में खूब गूँजेंगी शहनाई, डाइनामाइट न्यूज़ पर देखिये शुभ मुहूर्त की तिथियां

डीएन ब्यूरो

शादी-विवाह करने वालों के लिए अब इंतजारी खत्म हो गया है। मकर संक्रांति के बाद 17 जनवरी से मंडप में शहनाईयां खूब बजेगी। दुल्हों के सिर पर सेहरा सजेगा। इसके लिए शहर से लेकर गांव में तैयारियां तेज हो गई हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर मूहर्त की पूरी अपडेट

शहनाई बजने की फोटो (फाइल )
शहनाई बजने की फोटो (फाइल )


महराजगंजः अब की नए साल में शादी विवाह के लिए मुहूर्त की भरमार है। अब तैयार हो जाइये इंतजारी खत्म हो गई है।  नए वर्ष 2023 में बैंड बाजे और शहनाइयां खूब बजेंगी। आचार्य पंडित दयाशंकर शुक्ल ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि जनवरी से दिसंबर माह तक शादी-ब्याह के करीब 44 शुभ मुहूर्त हैं।

इनमें करीब 19 खास मुहूर्त हैं। महीने भर के ब्रेक के बाद नए वर्ष में मकर संक्रांति के बाद 17 जनवरी से शादी-ब्याह के शुभ मुहूर्त सहित सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। इसके लिए तैयारियां तेज हो गई है। 

सात मास में 44 शुभ मुहूर्त  
नए वर्ष में जनवरी से दिसंबर तक शादीब्याह के कुल 44 शुभ मुहूर्त हैं। खासकर जनवरी,  फरवरी, मई व जून माह में अधिक शादियां होंगी।

शादी-विवाह के 19 मुहूर्त सबसे खास
जनवरी: 19,  26, 30
फरवरी: 1,  9, 10 
मार्च: 9,11 
मई:  2,4,6, 15, 21, 29, 31
जून: 1,3,11 व 28

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राशि के मिलान से बनते है मुहूर्त
वर-वधू के नक्षत्र के चंद्रमा व तारा के साथ राशि का मिलान करके शुभ विवाह के मुहूर्त निकाले जाते हैं। 
छह राशियों के समय विवाह व विदाई बहुत शुभ वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु व मीन। 

शुक्र और गुरु के मजबूत रहने पर ही होती हैं शादियां 
शुक्र और गुरु के मजबूत रहने पर ही शादियां होती हैं। इसमें एक के भी कमजोर रहने पर शादी-ब्याह के मुहूर्त नहीं बनते हैं। गुरु पुरुष ग्रह और शुक्र स्त्री ग्रह माना जाता है।

इसलिए पुरुषों की शादी के शुभ मुहूर्त के लिए शुक्र और लड़कियों के लिए गुरु का मजबूत होना जरूरी है। शुक्र ग्रह संपन्नता और विलासिता का कारक है। जबकि बृहस्पति लग्न योग देने वाला। इन दोनों ग्रहों के प्रादुर्भाव और ज्योतिषीय योग के आधार पर लग्न और शुभ योग देखे जाते हैं। 

इन नक्षत्रों में होती है शादियां
शादी-ब्याह के शुभ मुहूर्त के लिए कुल 27 में से 10 नक्षत्रों का रहना जरूरी। 

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यह नक्षत्र है जरूरी  
रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भाद्र, उत्तरा आषाढ़। 

सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त
रोहिणी मृगशिरा व हस्त नक्षत्र का रहना जरूरी। 

नए साल में शादी के शुभ-मुहूर्त
जनवरी: 17,19, 25, 26, 27, 25, 30, 29,30,31
फरवरी: 1,  6, 8, 9, 10, 13, 17, 22, 27,28
मार्च: 5,  9, 11, 13 
मई:  2,4,6,8,10, 15, 20, 21, 28, 29, 30
जून: 1, 3, 5, 11, 16, 23, 25, 28 
नवंबर: 28 
दिसंबर: 3,7,9,13










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