India-Maldives Row: ड्रैगन समर्थित मालदीव की मुइज्जू सरकार से लक्षद्वीप में इस तरह निपटेगा भारत
मालदीव के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी का मामला अब तक ठंडा नहीं पड़ा है। भारत सरकार एक्शन मूड में नजर आ रही है। लक्षद्वीप में नए मिलिट्री एयरपोर्ट को बनाने की तैयारी की जा रही है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़िए मालदीव को भारत सरकार किस तरह से मात देने की योजना बना रही है।
नई दिल्ली: मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार को चीन का समर्थन प्राप्त है। इंडिया आउट कैंपेन से सत्ता में आई मुइज्जू सरकार के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर अभद्र टिप्पणियां की थी। जिसके बाद से भारत-मालदीव के बीच तनाव बढ़ गया था। हालांकि भारत के कड़े रूख के बाद उन सभी मंत्रियों को निलंबित कर दिया गया। लेकिन ये मामला अब तक गर्म ही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, भारत सरकार लक्षद्वीप के मिनिकॉय द्वीप पर एयरपोर्ट बनाने का प्लान कर रही है। सबसे खास बात है कि इस एयरपोर्ट से सिविलियन के साथ-साथ मिलिट्री एयरक्राफ्ट भी ऑपरेट किए जाएंगे।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि प्लान के तहत यहां ज्वाइंट एयरफील्ड बनाने की तैयारी है, जो फाइटर जेट्स, मिलिट्री ट्रांसपोर्ट व कमर्शियल एयरक्राफ्ट को ऑपरेट करने में सक्षम हो।'
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पीएम मोदी ने चला मास्टरस्ट्रोक
गौरतलब है कि पीएम मोदी गत दिनों लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे। उन्होंने इस दौरान भारतवासियों से लक्षद्वीप को एक्सप्लोर करने का निवेदन किया था। जिसके बाद से मामले ने तूल पकड़ा।
भारत और मालदीव की अर्थव्यवस्था में इतना अंतर
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भारत के सामने मालदीव कहीं नजर नहीं आता। आपको बता दें, फिलहाल भारत की अर्थव्यवस्था तकरीबन 3.75 ट्रिलियन डॉलर की है। वहीं मालदीव की अर्थव्यवस्था करीब 6.5 डॉलर की है।