Mirabai Chanu: टोक्यो ओलंपिक से भारत के लिये बड़ी खबर, मीराबाई चानू को मिल सकता है गोल्ड मेडल, जानिये ये खास वजह
टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिये सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू को अब गोल्ड मेडल मिल सकता है। इसके पीछे की वजह के लिये पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की यह पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: जापान के टोक्यों में हो रहे खेलों के महाकुंभ यानि टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में भारत के लिये सिल्वर मेडल जीते वाली मीराबाई चानू का पदक अपग्रेड हो सकता है। इसका मतलब के मीराबाई चानू को सिल्वर की जगह गोल्ड मेडल मिल सकता है। दरअसल, वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मैडल जीतने वाली चीन की झिहुई हो को अब डोपिंग रोधी टेस्ट से गुजरना होगा। यदि वे इस परिक्षण में विफल रहीं तो उसके स्थान पर मीराबाई चानू को गोल्ड मैडल दिया जा सकता है।
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक के पहले दिन यानि शनिवार को चीन की भारोत्तोलक झिहुई हो ने वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीता था जबकि भारतीय खिलाड़ी मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीता था।
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लेकिन अब कुछ मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ओलंपिक खेलों के डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा कुछ संदेहों के बाद चीन की भारोत्तोलक झिहुई हो का डोप परीक्षण किया जाएगा और यदि वह परीक्षण में विफल रहती है, तो भारत की मीराबाई चानू को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा।
खेलों के नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है, तो सिल्वर जीतने वाले एथलीट को गोल्ड से सम्मानित किया जाएगा। ऐसे में यदि गोल्ड विजेता डोप टेस्ट में फेल हुई तो उनका मेडल सिल्वर विजेता यानि मीराबाई चानू को दिया जायेगा।
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बता दें कि सिल्वर पदक जीतने के चौथे दिन बाद मीराबाई चानू आज स्वदेश वापसी कर रही है। ओलिंपिक के मंच पर चांदी की चमक बिखेरकर अपने देश लौट रही मीराबाई चानू ने भारत को वेटलिफ्टिंग के इवेंट में सिल्वर मेडल दिलाया है। उन्होंने 49 किलोग्राम भार वर्ग के महिलाओं के इवेंट में ये बड़ी कामयाबी हासिल की है। लेकिन इस इवेट में गोल्ड मैडल विजेता खिलाड़ी का डोप टेस्ट होने के कारण उनको बड़ा मैडल मिलने की संभावनाएं बन गई हैं।