मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने जैसी दो घटनाएं पश्चिम बंगाल में भी होने का दावा, जानिये पूरा अपडेट
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर भीड़ द्वारा घुमाए जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए शुक्रवार को दावा किया कि उनके राज्य में भी दो महिलाओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किया गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर भीड़ द्वारा घुमाए जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए शुक्रवार को दावा किया कि उनके राज्य में भी दो महिलाओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार यहां पार्टी मुख्यालय में मजूमदार के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी की सांसद लॉकेट चटर्जी पश्चिम बंगाल की घटना का उल्लेख करने के दौरान रो पड़ी।
मजूमदार ने कहा कि दोनों घटनाओं में फर्क सिर्फ इतना है कि पश्चिम बंगाल में मणिपुर जैसी हुई दो घटनाओं का वीडियो उपलब्ध नहीं है।
मजूमदार ने कहा, ‘‘मणिपुर में जो घटना हुई वो बहुत दुखद है, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं, ऐसी घटना कहीं भी नहीं होनी चाहिए। लेकिन बंगाल के दक्षिण पांचला में भाजपा की महिला सदस्य को पंचायत चुनाव लड़ने के कारण निवस्त्र करके घुमाया गया। क्या ये मणिपुर से कम दुःखद घटना है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘फर्क बस ये है कि इसका कोई वीडियो नहीं है क्योंकि ममता बनर्जी (मुख्यमंत्री) की पुलिस और गुंडे किसी को भी वीडियो नहीं बनाने देते।’’
भाजपा देश अध्यक्ष ने दावा किया कि एक ही दिन अलीपुर द्वार (उत्तरी बंगाल) और वीरभूम (दक्षिणी बंगाल) में दो महिलाओं को नंगा करके गांव में घुमाया गया।
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उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘एक महिला को तो गधे पर नंगा करके गांव में घुमाया गया।’’
मजूमदार ने आगे कहा, ‘‘कारण जो भी हो, इसमें राजनीतिक कारण नहीं है, अलग कारण है। अलग बात है। लेकिन महिलाओं के सम्मान के साथ जिस तरीके से पश्चिम बंगाल में खिलवाड़ हो रहा है वह चिंताजनक है।’’
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कुछ दिन पहले हुए पंचायत चुनाव में जो हिंसा हुई उससे सभी अवगत हैं।
उन्होंने कहा कि ये हिंसा पश्चिम बंगाल की राजनीति के साथ बहुत वर्षों से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि वामपंथी दलों के शासनकाल में भी वहां हिंसा होती थी और 2011 में ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों को अपनी सरकार आने के बाद आश्वासन दिया था कि ये हिंसा बंद होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन परिवर्तन कुछ नहीं हुआ बल्कि ममता बनर्जी की सरकार में हिंसा और ज्यादा बढ़ गई है।’’
उन्होंने दावा किया कि पंचायत चुनावों में हिंसा में 57 लोगों की जान चली गई।
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चटर्जी ने इस अवसर पर दावा किया कि जैसी स्थिति मणिपुर की है वैसी ही स्थित आज बंगाल की है।
अलीपुरद्वार (उत्तरी बंगाल) और वीरभूम (दक्षिणी बंगाल) की घटनाओं का उल्लेख करते हुए चटर्जी रो भी पड़ीं और भारी मन से उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल भी भारत का हिस्सा है, जैसे मणिपुर है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बेटियां कहां जाएंगी। हम कुछ नहीं कर सकते हैं।’’
चटर्जी ने कहा कि बंगाल में महिलाओं की यह स्थिति तब है जब राज्य की मुख्यमंत्री स्वयं महिला हैं।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हो रहे कथित अत्याचार की घटनाओं में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा और उनसे चुप्पी तोड़ने की गुजारिश की।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस भी अभी ममता बनर्जी के साथ जुड़ गई है। इसीलिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी दोनों चुप हैं। बाकी प्रदेशों में जाकर ये लोग रोते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में ये चुप हैं।’’