उमेश पाल हत्याकांड: पढ़िये मुठभेड़ में ढेर विजय उर्फ उस्मान की पूरी क्राइम कुंडली, ‘नान बाबा’ नाम से था चर्चित, भाई भी हिस्ट्रीशीटर
प्रयागराज के उमेश पाल हत्या कांड में वांछित और एनकाउंटर में ढ़ेर हुए दूसरे आरोपी को कौंधियारा में लोग ‘नान बाबा’ के नाम से भी जानते हैं और उसे उस्मान नाम अतीक गिरोह के लोगों ने दिया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये आरोपी की पूरी क्राइम कुंडली
प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में सोमवार तड़के मारा गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी।
कौंधियारा थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मुठभेड़ कौंधियारा थाना क्षेत्र के गोठी और बेलवा के बीच करीब पांच बजे हुई। विजय चौधरी उर्फ उस्मान की गर्दन, सीने और जांघ में गोलियां लगी हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक आरोपी को कौंधियारा में लोग ‘नान बाबा’ के नाम से भी जानते हैं और उसे उस्मान नाम अतीक गिरोह के लोगों ने दिया है।
यह भी पढ़ें |
उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा अपडेट, जहां हुआ था मर्डर का ब्लूप्रिंट तैयार, वहां की गई ये बड़ी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि उस्मान का भाई राकेश चौधरी हिस्ट्रीशीटर है और वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। राकेश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 सहित अन्य धाराओं के तहत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं।
अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नरेंद्र पाल नाम का एक सिपाही घायल हो गया। उन्होंने बताया कि सिपाही के हाथ में गोली लगी है और वह कौंधियारा थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है।
इससे पूर्व, धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि तड़के करीब पांच-साढ़े पांच बजे कौंधियारा थाना क्षेत्र में उस्मान पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया।
उन्होंने बताया कि उमेश पाल और अन्य दो पुलिसकर्मियों को गोली मारने की घटना में उस्मान शामिल था और उमेश पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी।
यह भी पढ़ें |
उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस के हाथ 10 दिन बाद भी खाली, आरोपियों पर बढ़ी इनामी राशि, जानिये अब तक के बड़े अपडेट
इससे पूर्व, उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी अरबाज 27 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में नेहरू पार्क के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह पूरी घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसकी मदद से ज्यादातर शूटर की पहचान हो गई है।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने घटना के अगले दिन धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।