तस्करों ने फोड़ी ऑपरेशन त्रिनेत्र की 'आंखें', जानिये भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा से जुड़ा मामला
भारत–नेपाल बार्डर पर तस्करी और आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिये आपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगे कैमरों को तस्करों ने तोड़ डाला। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी ख़बर
कोल्हुई (महराजगंज): तस्करी को रोकने और क्राइम कंट्रोल के लिए बॉर्डर पर लगे ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत बॉर्डर पर लगे कैमरे को अवांछनीय तत्वों या यूं कहें तस्करों ने तोड़ डाला।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार कोल्हुई थाना क्षेत्र के राजमन्दिर गांव के बासगांव टोला इलाक़ा तस्करी को लेकर चर्चाओं मे रहता है। यह गांव नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है।
बॉर्डर तस्करी समेत आपाराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत ग्राम पंचायत की तरफ से बासगांव पुल के पास बांस की लकड़ी पर दो कैमरे लगाए गए थे। जिससे तस्करी पर काफी लगाम लगा हुआ था।
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जाननकारी के मुताबिक बीते 4 से 5 दिनों पहले तस्करों ने दो कैमरो मे से एक कैमरा तोड़ दिया। इस कैमरे से केवल बॉर्डर क्षेत्र की गतिविधियां इसमें कैद रहती थी। सुरक्षा की दृष्टि से भी इस क्षेत्र मे लगा कैमरे महत्वपूर्ण थे।
जाने एक कैमरा तोड़े जाने के पीछे का राज
आस-पास के कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दो कैमरे में से एक कैमरा, जो तोड़ा गया है, उसी लोकशन के नीचे के रास्ते बड़ी तस्करी को अंजाम दिया जाता है।
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इस मामले की जानकारी जैसे ही 25 जून को तत्कालीन SO आनंद गुप्ता को हुई तो उन्होंने तत्काल इस पर कड़ी कारवाई के लिए सिपाही को मौके पर भेजा था। लेकिन उसी दिन एसओ क ट्रांसफर हो गया और मामला ठंडे बस्ते मे चला गया।