Uttar Pradesh: मिलिये यूपी की बहादुर बेटी कशिश से, पढ़िये उसकी ये साहसिक कहानी
हिम्मत और साहस भरा व्यक्ति कभी किसी पहचान का मोहताज नहीं होता। आज हम हिम्मत और साहस से भरी एक ऐसी ही लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने दम पर एक ढाई साल के बच्चें की जान की जान बचाई है। जानिए पूरा मामला डाइनामाइट न्यूज़ पर
नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में एक 14 साल लड़की ने एक ढाई साल के बच्चे की जान बचाई है। जिसके बाद से हर तरफ बस इस बहादुर लड़की के साहस की चर्चा की जा रही है। इतना ही नहीं 14 साल की इस बहादुर लड़की को अब पुलिस भी सम्मानित कर रही है। इस साहसी लड़की नाम कशिश है।
बता दें कि इस हिम्मती लड़की ने एक ढाई साल के बच्चे को ना सिर्फ गुम होने से बचाया बल्कि 8 घंटे अंदर उस बच्चे को उसके माता-पिता के पास सुरक्षित पहुंचा भी दिया।
दरअसल ढाई साल का आर्यन अपने पिता धर्मेंद्र और मां काजल के साथ नोएडा के गिझौड़ गांव में रहता है। 13 अप्रैल को रात 8:30 बजे नन्हा आर्यन खेलते-खेलते घर से बाहर चला गया। थोड़ी दूर आगे जाने के बाद आर्यन रास्ता भटक गया। इसी बीच एक अफवाह उड़ी कि आर्यन को एक औरत उठाकर ले गई है।
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इस अपवाह के बाद बच्चे के माता-पिता की परेशानी और चिंता दोनों ही बढ़ गई। पुलिस ने एक CCTV फुटेज में आर्यन को किसी लड़की के साथ बात करते हुए देखा। लोगों की उस भीड़ में सिर्फ वो लड़की ही थी जो ये समझ गई थी कि बच्चा रास्ता भटक गया है। ये लड़की कोई और नहीं कशिश थी।
रास्ता भटके हुए आर्यन को कशिश कुछ देर तक देखती रही। जब आर्यन को लेने कोई नहीं आया तो कशिश उसे अपने साथ अपने घर ले आई। कशिश ने पहले आर्यन को संभाला और उसे लेकर घर आ गई। वहां कशिश ने आर्यन को अपने लेकर आसपास के मोहल्लों में लोगों से पूछा कि कहीं किसी का बच्चा तो नहीं खोया। जब कुछ पता नहीं चला तो कशिश आर्यन को लेकर वापस से अरपने घर पहुंची। वहां कशिश ने आर्यन का ख्याल रखा। उसे दूध-बिस्किट खिलाया और सुला दिया। CCTV फुटेज के जरिए पुलिस कशिश तक पहुंची। बच्चें को उसके घर पहुंचा दिया।
जब कशिश से पूछा गया कि एक अनजान बच्चे को अपने घर लाते हुए उसे डर नहीं लगा। तो सवाल पर कशिश ने कहा कि मैं कोई गलत काम नहीं कर रही हूं तो डर किस बात का। कशिश के इस काम की पुलिस समेत सभी तारीफ कर रहे है।
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कशिश की मां बताया कि वो पहले प्राइवेट स्कूल में पढ़ती थी लेकिन कोरोना के बाद जब स्कूल खुला तो वहां 12 हजार रुपये फीस मांगी गई। पैसे ना होने की वजह से कशिश के माता-पिता ने उसका एडमिशन सरकारी स्कूल में करवा दिया।
वहीं अब कशिश की बहादुरी से खुश होकर नोएडा पुलिस ने उसकी पढ़ाई की जिम्मेदारी ले ली है। एसीपी रजनीश वर्मा ने कहा कि बच्ची की अच्छी पढ़ाई- लिखाई का इंतजाम किया जाएगा।