UP Police: यूपी में खाकी पर लगा दाग, आगरा में 56 पुलिसकर्मी सस्पेंड, जानिये भ्रष्टाचार से जुड़ा पूरा मामला
उत्तर प्रदेश पुलिस कई कारणों से आये दिन चर्चाओं में रहती है लेकिन इस बार भ्रष्टाचार से जुड़े मामले के कारण खाकी दागदार हुई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आगरा: ताजनगरी आगरा में पुलिसकर्मियों के भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। आगरा के डीसीपी पश्चिमी ने आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 56 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इन पुलिसकर्मियों पर पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक भ्रष्टाचार, ड्यूटी में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोपों से घिरे आगरा के इन 56 पुलिसकर्मियों को दो दिनों में निलंबित किया गया।
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डीसीपी पश्चिमी ने पहले 25 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था। इसके बाद पश्चिमी जोन के 31 और पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। दो दिन में कुल 56 पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई, जिनमें दारोगा, प्रशिक्षु दारोगा, कंप्यूटर ऑपरेटर, मुख्य आरक्षी शामिल हैं।
आरोप है कि इनमें कई पुलिसकर्मियों ने पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए रिश्वत मांगी थी। इसी के साथ अन्य कामों में भी लापरवाही बरती गई। मामले की शिकायतें मिलीं तो जांच कराई गई, जिसके बाद ये एक्शन लिया गया।
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शहरी जोन में छह दरोगा, चार हेड कॉन्स्टेबल, चार मुंशी और 16 सिपाहियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। पश्चिमी जोन में चार दारोगा रामजस यादव, प्रताप सिंह, सतेंद्र त्रिपाठी, प्रशिक्षु दारोगा कारण सिंह के अलावा चार हेड कॉन्स्टेबल, एक कंप्यूटर ऑपरेटर, एक उर्दू अनुवादक और 13 सिपाहियों को एक आदेश में सस्पेंड किया गया है।
इसी तरह पश्चिमी जोन में एक प्रशिक्षु दारोगा मीनाली चौधरी और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया गया है। निलंबित पुलिस कर्मचारियों में 12 दारोगा और 6 मुंशी शामिल हैं।