राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करने के मुद्दे पर ओडिशा विधानसभा में हंगामा
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराए जाने का लेकर शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित की गई।
भुवनेश्वर: राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराए जाने का लेकर शुक्रवार को ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित की गई।
भोजनावकाश के बाद शाम चार बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस सदस्य सदन के बीचोंबीच आ गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी नारे लगाए और राहुल गांधी के लिए न्याय की मांग की, जिन्हें मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष बी. के. अरुखा ने सदन की कार्यवाही पहले 20 मिनट के लिए और फिर तीन बार 30-30 मिनट के लिए स्थगित की। उन्होंने कहा कि हंगामे के कारण सदन चला पाना मुश्किल है।
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कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी ‘गहरी साजिश का शिकार’ हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘देश में अब लोकतंत्र नहीं रह गया है।’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जाएंगे।
कांग्रेस के मुख्य सचेतक ताराप्रसाद बहिनीपति ने कहा कि राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने भाजपा सरकार का पर्दाफाश किया है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें संसद से बाहर रखा गया है, क्योंकि भाजपा को डर है कि वह उन्हें और बेनकाब कर देंगे।’’
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टिप्पणियों का विरोध करते हुए भाजपा के विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने कहा कि गांधी को कानून की अदालत में दोषी ठहराया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘कानून में प्रावधान है कि दो वर्ष या उससे अधिक के कारावास की सजा के साथ दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति की सदस्यता समाप्त हो जाएगी। क्या राहुल गांधी कानून से ऊपर हैं?’’
सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने कहा कि गांधी को कानून की अदालत द्वारा दोषी ठहराया गया है, ‘‘कानून को अपना काम करने दें।’’
बीजद की वरिष्ठ नेता और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने कहा, ‘‘भाजपा और कांग्रेस दोनों ही हमारे लिए एक हैं। इसलिए हमलोग इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।’’