Himachal Pradesh: विधानसभा के बजट सत्र की हंगामेदार शुरुआत, भाजपा ने सदन से किया बहिर्गमन
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने पार्टी के नौ सदस्यों की विधायक क्षेत्रीय विकास निधि की आखिरी किस्त जारी करने की मांग को लेकर सदन से बहिर्गमन किया।
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने पार्टी के नौ सदस्यों की विधायक क्षेत्रीय विकास निधि की आखिरी किस्त जारी करने की मांग को लेकर सदन से बहिर्गमन किया।
भाजपा के नौ सदस्यों ने इस विषय पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया था।
सदन में विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस के सदस्यों के बीच जोरदार बहस हुई। इसके बाद भाजपा के सदस्यों ने ‘विधायक निधि जारी करो’ के नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
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सदन में पूर्व मंत्री मनसा राम को श्रद्धांजलि अर्पित करने के तुरंत बाद भाजपा के विपिन परमार ने आसन से स्थगन प्रस्ताव स्वीकार करने और विधायक क्षेत्र विकास निधि जारी करने के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की।
परमार ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती सरकार ने तीन किस्तों में 1.5 करोड़ रुपये की राशि विधायक क्षेत्र विकास निधि के तहत देने के लिए बजट में प्रावधान किया था, लेकिन मौजूदा सरकार आखिरी किस्त के रूप में 50 लाख रुपये जारी नहीं कर रही है।’’
उद्योग एवं संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव सुबह दिया गया है और उसपर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक हालत किसी से छिपी नहीं है और हिमाचल प्रदेश पर कुल 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है।
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चौहान ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने भी यह मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया था, लेकिन मौजूदा स्थिति पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की वजह से है, जिसने बिना किसी मानक और बजटीय प्रावधान के कई संस्थान खोले।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि यह मुद्दा तारांकित प्रश्नों में सूचीबद्ध है, इसलिए प्रस्ताव खारिज किया जाता है।