सूडान में अमेरिकी दूतावास के काफिले पर हमला
अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने मंगलवार को कहा कि सूडान में अमेरिकी दूतावास का एक काफिला गोलीबारी की चपेट में आ गया। उन्होंने सूडान के दो शीर्ष जनरलों के बीच संघर्ष विराम के लिए प्रयास तेज कर दिये।
खार्तूम: अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने मंगलवार को कहा कि सूडान में अमेरिकी दूतावास का एक काफिला गोलीबारी की चपेट में आ गया। उन्होंने सूडान के दो शीर्ष जनरलों के बीच संघर्ष विराम के लिए प्रयास तेज कर दिये।
सूडान की राजधानी खार्तूम में दोनों प्रतिद्वंद्वी बलों के बीच आज चौथे दिन लड़ाई जारी रही।
यूरोपीय संघ के दूत के निवास पर हमले, नार्वे के राजदूत के घर पर गोलाबारी के साथ अमेरिकी दूतावास के काफिले पर हमला इस बात का संकेत है कि लड़ाई में स्थित और बिगड़ने ही वाली है।
राजधानी खार्तूम और अन्य शहरों में लाखों लोग अपने -अपने घरों में छिपे हैं । वे दोनों पक्षों के बीच लडाई में फंस गये हैं। दोनों ही जनरल एक दूसरे को कुचल देने की बात कर रहे हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन ने बताया कि सोमवार को दूतावास के वाहनों के काफिले पर हमला किया गया और प्रारंभिक खबरों से हमलावरों के सूडान की सेना के अर्द्धसैन्य बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज से जुड़े होने का पता चला है।
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उन्होंने बताया कि काफिले में मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं।
अफ्रीका के तीसरे सबसे बड़े देश पर नियंत्रण के लिए दो प्रतिद्वंद्वी जनरलों के बीच लड़ाई गत सप्ताहांत शुरू हुई थी। दोनों ही पक्ष घनी आबादी वाले क्षेत्रों में तोपों एवं अन्य भारी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, लड़ाई छिड़ने के बाद से अब तक 185 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं तथा 1800 से अधिक घायल हुए हैं। संयुकत राष्ट्र ने यह नहीं बताया कि उनमें कितने आम नागरिक हैं और कितने लड़ाके हैं।
अमेरिका के विदेश विभाग ने सोमवार देर रात बताया कि ब्लिंकन ने दोनों जनरलों से फोन पर अलग-अलग बात की है।
उन्होंने मंगलवार को जापान में सात अमीर देशों के समूह की बैठक में पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने फोन पर बहुत स्पष्ट कहा है कि हमारे राजनयिकों पर कोई हमला या खतरा पूरी तरह अस्वीकार्य है।’’
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उन्होंने तत्काल 24 घंटे के संघर्ष विराम की अपील की।
यह हिंसा सशस्त्र बलों के कमांडर अब्देल फतेह अल बुरहान और रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान दागलो के बीच सत्ता के लिए संघर्ष का हिस्सा है।
दागलो ने अपने कई ट्वीट में कहा कि ब्लिंकन के साथ बातचीत के बाद उन्होंने 24 घंटे के मानवीय संघर्षविराम की मंजूरी दी है।
उधर सेना ने एक बयान में कहा कि उसे किसी संघर्षविराम पर ‘मध्यस्थों के साथ किसी समन्वय की जानकारी नहीं है। उसने कहा कि संघर्ष निर्णायक चरण में आ गया है और आने वाले घंटों में वह आरएसएफ को बुरी तरह पराजित कर देगा।