Uttar Pradesh: नोएडा में करंट से झुलसा बच्चा, अस्पताल प्रबंधन और विद्युत विभाग के खिलाफ केस दर्ज
जेवर थाना क्षेत्र में स्थित एक अस्पताल में अपनी बुआ को देखने आए छह वर्षीय बच्चे के करंट से झुलसने के मामले में अस्पताल प्रबंधक और बिजली विभाग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटना में बच्चे की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को उसके दोनों हाथ काटने पड़े। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नोएडा: जेवर थाना क्षेत्र में स्थित एक अस्पताल में अपनी बुआ को देखने आए छह वर्षीय बच्चे के करंट से झुलसने के मामले में अस्पताल प्रबंधक और बिजली विभाग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटना में बच्चे की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को उसके दोनों हाथ काटने पड़े। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जेवर के थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि माधव के पिता योगेश चौहान की शिकायत पर पुलिस ने चौधरी मेडिकेयर अस्पताल और विद्युत निगम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 338 (अपने कृत्य से मानव जीवन या किसी व्यक्ति को खतरे में डालना, गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि हादसा शुक्रवार को हुआ था, जब माधव परिजनों के साथ अस्पताल में भर्ती अपनी बुआ को देखने आया था।
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पुलिस ने बताया कि अलीगढ़ निवासी योगेश चौहान की बहन जेवर में रहती है और प्रसूति के लिए उन्हें जेवर के चौधरी मेडिकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नवजात और बहन को देखने के लिए बीते शुक्रवार को योगेश अपने परिवार के साथ अस्पताल पहुंचे थे। उनके साथ छह साल का उनका बेटा माधव भी था।
उन्होंने बताया कि माधव खेलते हुए अस्पताल के छज्जे तक पहुंच गया और अस्पताल के बेहद करीब से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया। उसे दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया, जहां बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चिकित्सकों को बच्चे के दोनों हाथों को काटना पड़ा।
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हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है। पिता योगेश चौहान का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन और विद्युत निगम की लापरवाही से माधव के दोनों हाथ कोहनी के ऊपर से काटने पड़े।
बेटे के दोनों हाथ काटे जाने से आहत योगेश उसके भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से ऐसे कदम उठाने की अपील की ताकि किसी बच्चे के साथ ऐसी दुर्घटना फिर नहीं हो। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से भी मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की।