Uttar Pradesh: लखनऊ में निकला यौम-ए-आशूरा का जुलूस, सैकड़ों ताजिए शामिल
यूपी के लखनऊ में बुधवार को मोहर्रम पर जुलूस निकाला गया। इस दौरान मातमी जुलूस में या हुसैन-या हुसैन की गूंज सुनाई दी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
![मातमी जुलूस में शामिल लोग](https://static.dynamitenews.com/images/2024/07/17/uttar-pradesh-youm-e-ashura-procession-took-place-in-lucknow-hundreds-of-tazias-participated-1/6697e20236157.jpg)
लखनऊ: यौमे आशूरा यानी दसवीं मोहर्रम को बुधवार को पूरी अकीदत एहतराम और गमगीन माहौल में मनाया जा रहा है। इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की हक और इंसाफ के लिए दी गई शहादत को याद करते हुए पुराने लखनऊ के इमामबाड़ा नाजिम साहब से कर्बला तालकटोरा तक जुलूस ए आशूरा निकाला गया। जिसमें लखनऊ की सैकड़ों अंजुमनों ने नौहाख्वानी और सीनाज़नी कर कर्बला के शहीदों को ख़िराजे अकीदत पेश की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस मौके पर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि इमाम हुसैन ने साढ़े तेरह सौ बरस पहले हिन्दुस्तान में बसने की ख्वाहिश जाहिर की थी लेकिन वह कर्बला में शहीद हो गए। उनकी इस ख्वाहिश को हिन्दुस्तान के रहने वाले हर धर्म के लोग आज भी उसी तरह से मातम और मजलिस के जरिए पूरा करने की कोशिश करते हैं।
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लखनऊ के स्वामी सारंग ने भी कहा कि इमाम हुसैन हर हिन्दुस्तानी के दिल में बसते हैं। इससे पहले दस दिनों तक घरों में रखे गए ताजियों को कर्बलाओं में सुपुर्द ए खाक किया गया।
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