Uttarakhand Rains: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का कहर जारी, पांच लोगों की मौत, नौ लापता
उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी जबकि प्रदेश भर में वर्षा से संबंधित विभिन्न घटनाओं में पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा नौ अन्य लापता हो गए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
देहरादून: उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी जबकि प्रदेश भर में वर्षा से संबंधित विभिन्न घटनाओं में पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा नौ अन्य लापता हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार लगातार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कें भूस्खलन के कारण अवरूद्ध हो गयीं तथा गंगा सहित प्रदेश की छोटी-बड़ी नदियां उफान पर आ गयीं जिससे बने बाढ़ जैसे हालात के चलते नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर राशि गौंडार पुल टूटने की सूचना है जिसके कारण वहां 100-150 यात्री फंस गए हैं । घटनास्थल पर बचाव कार्य किया जा रहा है ।
रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिंचोली छानी कैंप में सोमवार तड़के भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से चार दुकानें उसके मलबे के नीचे दब गयीं जिसके बाद से एक दुकानदार लापता है। इसी स्थान पर तंबू के नीचे सो रहे एक नेपाली मजदूर की मौत हो गयी।
रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि नेपाली मजदूर की पहचान कपिल बहादुर (27) के रूप में हुई है और लापता दुकानदार की तलाश की जा रही है ।
पुलिस ने बताया कि ऋषिकेश में बरसाती नालों में बहने से दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी। शिवमंदिर के पास बरसाती नाले में बहे व्यक्ति की पहचान दिनेश पंवार (35) के रूप में हुई है जबकि मीरानगर नाले से बरामद शव की पहचान अभी नहीं हो पायी है। दोनों शव एम्स के शवगृह में रखे गए हैं।
पुलिस ने बताया कि ऋषिकेश के निकट ऋषिकेश बैराज से नीलकंठ मार्ग पर एक रपटे पर एक कार के फिसलने से उसमें सवार एक महिला अपने दो किशोरवय बच्चों के साथ बह गयी। रविवार देर रात साढ़े 11 बजे मूसलाधार बारिश के दौरान हुई घटना के समय महिला रीना शर्मा के पति गोपाल पानी का बहाव देखने के लिए कार से उतर गए थे।
पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में मोहनचट्टी में एक रिजॉर्ट पर भूस्खलन होने से उसके मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी जबकि चार अन्य लापता हो गए। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि मलबे में दबी एक बालिका को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है।
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पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में उत्तरकाशी जिले के टिकोची गांव में अतिवृष्टि के कारण पहाड़ से आया मलबा कई मकानों में घुस गया। उन्होंने बताया कि मलबे से आठ-दस मकान क्षतिग्रस्त हो गए तथा इसमें एक महिला भूमि देवी (55) भी लापता हो गयी।
चमोली जिले की जोशीमठ तहसील के पीपलकोटी में भूस्खलन होने से उसके मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। कई स्थानों पर भूस्खलन के बाद मलबे में वाहनों के दबने के भी सूचना मिल रही है ।
गंगा की प्रमुख सहायक नदी अलकनंदा श्रीनगर और रूद्रप्रयाग में, मंदाकिनी नदी (गंगा की एक अन्य सहायक नदी)रूद्रप्रयाग में, गंगा नदी देवप्रयाग और मुनि की रेती तथा ऋषिकेश और हरिद्वार में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा, पिंडर, बिरही, नंदाकिनी का प्रवाह भी उफान पर है जिससे बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं।
हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.60 मीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी जिले के करीब दो दर्जन गांवों में भर गया। गंगा का पानी बैरागी कैंप में भी भर गया।
उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, गंगा के बढ़े जलस्तर को लेकर हरिद्वार, पौड़ी,टिहरी और देहरादून जिलों के जिलाधिकारियों को सूचित करते हुए उन्हें पर्याप्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
देहरादून की सौंग नदी का जलस्तर भी अधिकतम बाढ़ स्तर से ऊपर पहुंच गया है जिसके मद्देनजर प्रशासन को लोगों के बचाव के लिए उचित कदम उठाने को कहा गया है।
भारी बारिश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया है जिसके कारण पीपलकोटी से बदरीनाथ के बीच यातायात रोक दिया गया है। जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया कि बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर अग्रिम आदेशों तक यातायात को रोक दिया गया है।
अतिवृष्टि के कारण ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर, शीशम झाड़ी जैसे निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गयी और एसडीआरफ ने नौकाओं के जरिये लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजना पड़ा।
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उधर ऋषिकेश के निकट शिवपुरी में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की एक निर्माणाधीन सुरंग में पानी भरने के कारण वहां 114 श्रमिक और इंजीनियर फंस गए। हालांकि, पुलिस की तत्परता से उन्हे बचा लिया गया।
भारी बारिश के कारण देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में स्थित एक निजी डिफेंस कोचिंग संस्थान की इमारत ढह गयी। टिहरी के उपजिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल ने बताया कि सौंग नदी के किनारे लालपुल के पास स्थित यह इमारत सुबह ढही। हालांकि, घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि के द्रष्टिगत दो दिन के लिए 15 अगस्त तक चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की।
धामी ने उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक भी की और इस दौरान अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के मद्देनजर अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में जहां भी नुकसान हो रहा है, प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र मिल जाये।
बाद में धामी ने पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया और अधिकारियों को प्रभावित लोगों को जल्द राहत और सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत में सोमवार के लिए बारिश का ‘रेड अलर्ट’ तथा हरिद्वार में ‘आरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।