Uttar Pradesh: रेप पीड़िता ने दिया बच्चे को जन्म, आरोपी अब भी गिरफ्त से बाहर, न्याय के लिए भटक रही बहन
यूपी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक रेप पीड़िता न्याय के लिए लगातार भटक रही है। रेप के बाद पीड़िता द्वारा एक बच्चे को भी जन्म दिया गया लेकिन आरोपी अभी तक गिरफ्त से बाहर हैं।पढ़ें क्या है पूरा मामला डाइनामाइट न्यूज़ पर
फतेहपुरः जिले के जाफरगंज थाना इलाके में 6 महीने पहले एक महिला के साथ दुष्कर्म का एक सनसनीखेज मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पीड़िता की नाबालिग बहन ने थाने में तहरीर दी थी कि उसकी 25 वर्षीय बड़ी बहन के साथ गांव के रामराज और एक अज्ञात व्यक्ति ने दुष्कर्म किया है, जिसकी वजह से वो गर्भवती हो गई। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि रेप के कारण युवती द्वारा एक बच्चे को भी जन्म दिया गया है, जिसके बाद से ग्रामीणों द्वारा युवती को प्रताड़ित किया जाने लगा है। इस केस में पुलिस पर भी लेटलतीफी और लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है।
जब आरोपियों को पता चला कि पीड़िता गर्भवती है तो आरोपियों ने उसे चुप रहने की धमकी दी और किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी दिए। पीड़िता के नाबालिग बहन के शिकायत पर पुलिस ने 19 जून 2020 को नामजद आरोपी रामराज व एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराए जाने के बाद 1 जुलाई 2020 को कोर्ट में 164 का बयान कराया।
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बयान में पीड़िता ने कहा कि गांव के रामराज, विनोद व संतोष उसके घर आते थे, और उसके साथ जोर जबरदस्ती करते थे। जब वह विरोध करती थी तो उसे जान से मारने की धमकी देते थे। पीड़िता की बहन ने बताया कि मेरी बड़ी बहन के साथ बलात्कार किया गया था। पांच-छह महीने हो गए एफआईआर दर्ज हुए, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाई नहीं की गयी है।
बहन को लेकर कई बार थाना-पुलिस और एसपी कार्यालय भी गई, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नही हुई है। जब से मेरी बहन ने बच्चे को जन्म दिया है, तब से गांव के लोग भी हम सबको बहुत प्रताड़ित करते हैं।
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इस घटना के बारे में एडिशनल एसपी राजेश कुमार ने बताया कि थाना जाफरगंज इलाके में एक महिला से रेप का मामला संज्ञान में आया था। जिस सम्बन्ध में थाने में पहले से ही मुकदमा दर्ज है, मामले में बच्चे का डीएनए टेस्ट की कार्यवाई अभी शेष है, जिसे पूर्ण कर आगे की कार्यवाई की जाएगी।
एसपी का कहना है कि पीड़िता या उसके परिजनों को ग्रामीणों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की बात थाना प्रभारी ने गलत बताया है। पीड़िता अपने बहन और छोटे भाइयों के साथ गांव के बाहर बने अपने दूसरे मकान में रह रही है। इस दौरान विवेचना आरोपियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से अरेस्ट-स्टे ले रखा है। मामले की तफ़्तीश पूरी होने के बाद आगे की कार्यवाई की जाएगी।