Washington: फ्रांस के पत्रकार का बयान, बहुसंख्यक होने के बावजूद हिंदुओं की मानसिकता अल्पसंख्यकों वाली

डीएन ब्यूरो

फ्रांस के पत्रकार फ्रेंकोइस गौटियर ने कहा कि हिंदू काफी शांतिप्रिय लोग हैं लेकिन भारत में बहुसंख्यक होने के बावजूद वे अल्पसंख्यक होने की मानसिकता रखते हैं और उनमें भाईचारे की कमी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

फ्रांस के पत्रकार  फ्रेंकोइस गौटियर
फ्रांस के पत्रकार फ्रेंकोइस गौटियर


वाशिंगटन: फ्रांस के पत्रकार फ्रेंकोइस गौटियर ने कहा कि हिंदू काफी शांतिप्रिय लोग हैं लेकिन भारत में बहुसंख्यक होने के बावजूद वे अल्पसंख्यक होने की मानसिकता रखते हैं और उनमें भाईचारे की कमी है।

वह महाराष्ट्र के पुणे में उनके द्वारा स्थापित ‘छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम ऑफ इंडियन हिस्ट्री’ के लिए निधि एकत्रित करने के वास्ते अमेरिका में हैं। वह अमेरिकी राजधानी में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित विश्व संस्कृति महोत्सव, 2023 में भी शामिल हुए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गौटियर ने  कहा, ‘‘इतिहास से यह सबक मिला है कि हिंदुओं को लड़ना चाहिए। आज भी विश्व में सभी जगह हिंदू धर्म पर हमले हो रहे हैं चाहे वह पाकिस्तान हो या अफगानिस्तान, चाहे ईसाई मिशनरी द्वारा धर्म परिवर्तन हो जो कि अब भारत में खासतौर से दक्षिण और पंजाब में भी एक बड़ी समस्या है या चाहे भारत का पश्चिमीकरण हो जो कि केबल टीवी के जरिए हो रहा है।’’

उन्होंने कहा कि अधिकांश पश्चिमी भारतविदों का हिंदुओं के प्रति शत्रुपूर्ण रुख है।

उन्होंने कहा, ‘‘ये वे लोग हैं जो कहते रहते हैं कि हिंदू कट्टरता उतनी ही खतरनाक है जितनी की इस्लामिक कट्टरता, जो बिल्कुल भी सच नहीं है। हिंदू धर्म दुनिया पर कब्जा जमाने के लिए कभी भारत से बाहर नहीं गया जैसा कि ईसाई धर्म ने दक्षिणी अमेरिका में किया और अन्य सभ्यताओं को खत्म कर दिया या जैसा कि इस्लाम ने मिस्र में किया और मिस्र सभ्यता को सफाया कर दिया।’’

यह भी पढ़ें | पिछले तीन दशक में भारत-अमेरिका संबंध सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी के स्तर पर पहुंचा:लेखिका सीमा सिरोही

फ्रांसीसी पत्रकार ने कहा, ‘‘लेकिन हिंदू धर्म ने कभी अपने आप को किसी पर थोपने की कोशिश नहीं की, बल्कि आज भी हिंदू कभी यह नहीं कहते कि आपको धर्म परिवर्तन करना चाहिए या मैं आपके धर्म परिवर्तन के लिए मिशनरी भेजूंगा।’’

पिछले कई दशकों से भारत में रह रहे गौटियर ने जिनेवा के एक अखबार और फ्रांस के ली फिगारो के लिए काम किया है।

उन्होंने ‘फाउंडेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ कल्चरल टाइज’ स्थापित किया जो विभिन्न प्रदर्शनी आयोजित करती है और उसने पुणे संग्रहालय भी स्थापित किया है।

गौटियर ने कहा कि हिंदू 1.3 अरब की आबादी के साथ भारत में ‘बहुसंख्यक’ हैं और हिंदुत्व दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि हिंदू काफी शांतिप्रिय लोग होते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वे अल्पसंख्यक होने की मानसिकता रखते है। यह सबसे बड़ी समस्या है। भारत में भी वे भले ही बहुसंख्यक है लेकिन वे अल्पसंख्यक होने की मानसिकता रखते हैं।’’

यह भी पढ़ें | Washington: भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन के हितों की रक्षा करना मकसद

शिवाजी महाराज म्यूजियम के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनका (शिवाजी महाराज) का सम्मान करता हूं क्योंकि उनका साहस और उस साहस के साथ उतनी बुद्धिमत्ता असाधारण थी।’’

गौटियर ने कहा, ‘‘लेकिन हिंदुओं को काफी प्रताड़ित किया गया, उन पर इतनी बेरहमी से आक्रमण किया गया, उनकी हत्या की गयी और महिलाओं से बलात्कार किया गया कि आज भी हिंदुओं में डर की मानसिकता है।’’

उन्होंने भारत में हिंदू कट्टरता के उदय के बारे में पश्चिमी मीडिया में बढ़ती रिपोर्टिंग का जोरदार खंडन किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी धर्मों के लोगों तक पहुंच रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू दुनिया में सबसे सहिष्णु लोग हैं। बल्कि आज भी हम यह देखते हैं कि मोदी सभी तक पहुंचते हैं चाहे वे मुसलमान हो, ईसाई या पश्चिमी लोग हो।’’

गौटियर ने कहा कि इसी वजह से उन्होंने संग्रहालय बनाया है क्योंकि यह भारत के धर्म और असली इतिहास को दिखाता है।










संबंधित समाचार