जानिये क्या है डिसेफेलिक पैरापैगस बीमारी, जिसमें बच्चे दो सिर और तीन पैरों के साथ होते हैं पैदा
मां बनना इस दुनिया में सबसे बड़ी खुशी है। हर कोई चाहता है कि उसका बच्चा स्वस्थ और फीट हो, लेकिन हाल ही में भारत में एक ऐसा मामला आया है। जिसे डॉक्टर भी देख हैरान रह गए। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नई दिल्ली: किसी भी महिला के लिए दुनिया में सबसे बड़ी खुशी मां बनना होती है और उससे जरुरी बात कि उसका बच्चा स्वस्थ और फिट हो, लेकिन हाल ही में भारत में एक ऐसा केस सामने आया है, जिसे देख डॉक्टरों समेत वॉर्ड में स्थित हर किसी की आंखें फटी की फटी रह गई।
आपको बता दें यह मामला मध्यप्रदेश के रतलाम का है। जहां शाहीन ने ऐसे बच्चे को जन्म दिया हैं, जिसके दो सिर है। उसके जन्म के तुरन्त बाद ही इंदौर के बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया लेकिन बच्चे की मां को जिला अस्पताल में ही रखा गया। कहा जा रहा था कि शाहीन और सोहेल खान के जुडवां बच्चे होने वाले है, लेकिन जब शाहीन की डिलीवरी हुई, तो डॉक्टर सहित प्रसूति वार्ड में सभी की आंखें नम हो गई। एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ जिसके दो सिर, तीन हाथ और दो दिल थे।
गर्भधारण के कुछ हफ्तों के बाद फर्टिलाइज्ड एग दो अलग-अलग भ्रूण में बंट जाता है और इसमें अंगों के बनने का काम शुरू हो जाता है। ऐसा होने पर जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं लेकिन कुछ मामलों में भ्रूण के अलग-अलग होने का यह प्रोसेस बीच में ही रुक जाता है जिससे जुड़वां होने के बजाय दो सिर वाले या जुड़े हुए बच्चे पैदा हो जाते हैं।
डॉक्टर्स का कहना है कि यह डाइसेफेलिक पैरापैगस नामक बीमारी है। डॉक्टर का मानना है कि यह एक दुर्लभ मामला है। इस तरह के बच्चों के जीवित रहने की संभावना काफी कम होती है। डाइसेफेलिक पैरापैगस डिजीज, कैसे एक साथ जुड़े हुए पैदा होते हैं बच्चे और क्या हैं इसके कारण-
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छाती
एक साथ जुडे़ हुए बच्चे कई मामलों में छाती से जुड़े होते हैं। इस जगह से जुड़े होने के कारण बच्चे कई बार एक ही दिल, लीवर और बड़ी आंत को शेयर करते हैं। कंज्वाइंड ट्विन्स के अत्यधिक मामलों में बच्चों का शरीर के इस हिस्से से जुड़ा हुआ होना काफी आम होता है।
पेट
कई बार बच्चे पेट से एक साथ जुड़े हुए होते हैं। इस तरह से जुड़े हुए बच्चों में लीवर और छोटी आंत के निचले हिस्से और कोलन एक ही होता है। इस जगह से जुड़े हुए बच्चों का दिल अलग-अलग होता है।
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रीढ़ का निचला हिस्सा
कई बार बच्चे रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से से जुड़े हुए होते हैं. इस जगह से जुड़े हुए बच्चे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट ( जठरांत्र क्षेत्र), जननांग और यूरिनरी ऑर्गन शेयर करते हैं।
रीढ़ की लेंथ
कई बार बच्चे रीढ़ की हड्डी की लेंथ से जुड़े हुए होते हैं. इस जगह से जुड़े हुए बच्चे काफी रेयर होते हैं।