Lockdown 3.0: किराए को लेकर कांग्रेस और भाजपा के राजनीतिक बयानों के बीच मजदूरों ने बयां की सच्चाई

डीएन ब्यूरो

लंबे समय से दूसरी जगहों पर फंसे मजदूरों को आखिर अब उनके घर वापस भेजा जा रहा है। अभी ये सिलसिला शुरू ही हुआ था कि बीच में शुरू हो गया किराया लेने का कंफ्यूजन। एक ओर इस पर राजनितिक बहस चल रही है तो वहीं दूसरी ओर मजदूर कुछ और ही सच्चाई बयां कर रहे हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

मजदूरों के किराये पर कन्फ्यूजन
मजदूरों के किराये पर कन्फ्यूजन


नई दिल्लीः एक ओर मजदूरों से वसूले गए किराए को लेकर देश में पक्ष और विपक्ष बहस कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मजदूरों की कहानी कुछ और ही बयां कर रही है।

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कांग्रेस और भाजपा के राजनीतिक बयानों के कारण मजदूरों को लगातार मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। सोमवार को गुजरात से उत्तर प्रदेश लौटे मजदूरों ने बताया कि किराये का पूरा पैसा भरकर घर वापस आए हैं। जो केंद्र सरकार के दावे से बिल्कुल उलट है।

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मजदूरों का कहना है कि जब लॉकडाउन हुआ तो वह वापस आने लगे। लेकिन पुलिस ने उन्हें क्वारनटीन में भेज दिया। अब हम वापस आए हैं तो किराये का 500 रुपया लिया गया है। साथ में खाने का सामान भी दिया गया। 










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